अमेरिकी सैनिकों की अफगानिस्तान से वापसी होते ही तालिबान ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है. अफगानिस्तान में 20 साल बाद वापसी करने वाला तालिबान खुद को बदला हुआ तालिबान होने का दावा कर रहा है, लेकिन सच्चाई बिल्कुल अलग है और जुल्म की खौफनाक तस्वीरें सामने आने लगी है. तालिबान की हैवानियत का एक नया वीडियो सामने आया है, जिसमें चॉपर से एक शख्स को लकटाते हुए देखा जा सकता है.
देश के दूसरे सबसे बड़े शहर कंधार में तालिबान के हाथ लगे अमेरिकी हेलिकॉप्टर को ब्लैक हॉक को उसके लड़ाके उड़ाते दिखे हैं. इसके अलावा उसके लड़ाकों ने एक शख्स को भी मारकर हेलिकॉप्टर से लटका लिया और काफी देर तक उड़ान भरते रहे.
कई पत्रकारों ने तालिबान की क्रूरता का यह वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है. इस हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल तालिबान के लड़ाके कंधार में पेट्रोलिंग के लिए कर रहे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस हेलीकॉप्टर से व्यक्ति को लटकाया गया, यह यूएच-60 ब्लैक हॉक चॉपर था. इस चॉपर को अमेरिका ने अफगानिस्तान की सेना को दिया था.
वीडियो फुटेज में दिखता है कि अमेरिकी सेना के हेलिकॉप्टर से एक शख्स लटका हुआ दिख रहा है. यह वीडियो जमीन से शूट किया गया था, इसलिए यह पता नहीं चल पा रहा है कि हेलिकॉप्टर से बंधा हुआ शख्स जिंदा था या नहीं. लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि तालिबान ने एक शख्स का कत्ल कर उसे ही रस्से के सहारे हेलिकॉप्टर से लटकाया था. वहीं इस वीडियो को शेयर करते हुए तालिब टाइम्स नाम के ट्विटर अकाउंट ने लिखा है कि यह हमारी एयरफोर्स है, जो कंधार में पेट्रोलिंग कर रही है. यह अकाउंट तालिबान से जुड़ा होने का दावा करता है.
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया में खूब शेयर भी किया जा रहा है. लोग सवाल पूछ रहे हैं कि इस हेलीकॉप्टर को कौन उड़ा रहा है? क्या तालिबान लड़ाके इतने ट्रेंड हैं कि वे अमेरिका के इस सबसे प्रसिद्ध हेलीकॉप्टर को ऑपरेट कर पाएं. इससे पहले भी कई वीडियो और तस्वीरों में तालिबान लड़ाके अफगान सेना के हेलीकॉप्टर्स और जहाजों के साथ नजर आ चुके हैं.
अमेरिका ने आतंकवाद के खिलाफ युद्ध के दौरान अफगान सेना को अरबों डॉलर के हथियार दिए थे. इसमें हवाई जहाज, इंबरर इएमबी 314 सुपर टुकानों लाइट एयरक्राफ्ट, ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर, एमडी-530एफ हेलीकॉप्टर, सेसना 208 जहाज, बेल यूएच-1 हेलीकॉप्टर शामिल थे. ये सब अब तालिबान के कब्जे में हैं. हालांकि, एक्सपर्ट की राय है कि तालिबान के पास इन्हें उड़ाने की काबिलियत नहीं है.
तालिबानी आतंकियों ने मनाया जश्न
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद (Zabiullah Mujahid) ने अमेरिकी सैनिकों के निकल जाने को अफगानिस्तान की आजादी से जोड़ा और कहा कि आज देश पूरी तरह से आजाद हो गया, लेकिन इसी के बाद जब काबुल एयरपोर्ट तालिबान का पूरी तरह से कब्जा हो गया तो तालिबानी आतंकियों ने डरावना जश्न मनाया.
आतंकियों ने हवा में ताबड़तोड़ फायरिंग की और आसमान में कई रॉकेट दागे. तालिबान की इस फायरिंग से काबुल के स्थानीय लोग सहम गए. तालिबान ने उन्हें बताया कि ये कोई हमला नहीं है, बल्कि अमेरिका के जाने के बाद जश्न में फायरिंग की जा रही है.