ब्रिटेन में सबसे लंबे समय तक राज करने वाली महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का 8 सितंबर को निधन हो गया है, जिनका अंतिम संस्कार 19 सितंबर को लंदन के वेस्टमिंस्टर एबे में होगा।
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के राजकीय अंतिम संस्कार में भारत की ओर से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शामिल होंगी, जो भारत की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करेंगी। इसके लिए वह 17 सितंबर से 19 सितंबर तक लंदन में रहेंगी। अंतिम संस्कार में दुनियाभर के करीब 500 विश्वनेता शामिल होने वाले हैं। इस समारोह में दुनियाभर के राजा, रानी, राष्ट्राध्यक्ष और सरकार के प्रमुख शामिल होंगे।
विदेश मंत्रालय ने बुधवार को राष्ट्रपति की तीन दिवसीय यूके यात्रा की पुष्टि की। उन्हें लंदन में राजकीय अंतिम संस्कार के लिए आमंत्रित किया गया था। यह 57 वर्षों में यूके में पहला राजकीय अंतिम संस्कार है। आखिरी बार 1965 में राजकीय अंतिम संस्कार आयोजित किया गया था। उस वक्त ब्रिटेन के युद्ध के समय के प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल को अंतिम विदाई दी गई थी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार महारानी का पार्थिव शरीर को लंदन के वेस्टमिंस्टर हाल में रखा गया है, जहां लोग सोमवार यानी 19 सितंबर सुबह साढ़े 6 बजे तक उनका दर्शन कर पाएंगे। भारतीय समय के अनुसार महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का अंतिम संस्कार 19 सितंबर को दोपहर 3:30 बजे होगा। किंग चार्ल्स III रविवार शाम लंदन के बकिंघम पैलेस में विदेशी नेताओं के लिए आयोजित स्वागत समारोह की मेजबानी करेंगे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा था कि दुनिया ने एक महान शख्सियत खो दी है। एक युग बीत चुका है जब उन्होंने अपने देश को 7 दशकों से अधिक समय तक चलाया। इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि मैं UK के लोगों को दुख को शेयर करती हूं और महारानी के परिवार के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करती हूं।
महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय का 8 सितंबर को देहावसान हो गया था। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ने उन्हें श्रद्धांजलि दी थी और विदेशमंत्री एस. जयशंकर 12 सितंबर को ब्रिटिश उच्चायोग जाकर उन्हें श्रद्धांजलि देकर आए थे। बताते चलें कि भारत ने रविवार 11 सितंबर को एक दिन का राजकीय शोक भी घोषित किया था।