श्रीलंका में आर्थिक संकट काफी गहरा गया है. इस बीच महंगाई से परेशान लोग जोरदार प्रदर्शन (Sri Lanka Protest) कर रहे हैं.
आर्थिक संकट से निकलने में नाकाम रही सरकार के खिलाफ लोगों का एक बार फिर गुस्सा फूट पड़ा है. शनिवार को श्री लंका में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के घर पर कब्जा कर लिया है. खबर के अनुसार श्रीलंका के राष्ट्रपति अपना आवास छोड़कर भाग खड़े हुए हैं. इससे पहले 11 मई को आर्थिक संकट के बीच प्रदर्शन कर रहे लोगों ने राष्ट्रपति के आवास को घेर लिया था.
श्री लंका में बिगड़ते आर्थिक हालात के कारण राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग की जा रही है. इसी के मद्देनजर श्री लंका में लोगों का भारी विरोध चल रहा है. जानकारी के अनुसार दोपहर में कोलंबो में स्थित राष्ट्रपति आवास पर प्रदर्शनकारियों ने कब्जा कर लिया है. साथ ही राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास पर जमकर तोड़फोड़ की है.
बता दें कि श्री लंका में गोटबाया राजपक्षे को सत्ता से हटाने की मांग को लेकर हजारों प्रदर्शनकारी शुक्रवार को कोलंबो में घुस गए. जिसके बाद सुरक्षा के मद्देनजर कर्फ्यू लगाने का फैसला किया गया है. भारी विरोध और प्रदर्शन को देखते हुए श्री लंका में सेना को अलर्ट पर रखा गया है. राजधानी और उसके आसपास के इलाकों में शुक्रवार रात नौ बजे से कर्फ्यू लगा दिया गया है.
श्रीलंका अभी भारी आर्थिक संकट से गुजर रहा है. 2 साल पहले तक यहां की अर्थव्यवस्था दक्षिण एशिया की सबसे मजबूत अर्थव्यवस्थाओं में से एक मानी जाती थी. कोरोना महामारी से पहले इसे विश्व बैंक ने दुनिया के हाई मिडिल इनकम वाले देशों की कैटेगरी में डाला था, लेकिन 2 साल में ही श्रीलंका की अर्थव्यवस्था अर्श से फर्श पर आ गई. श्रीलंका ने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया है, जिसके बाद से लगातार यह हिंसा की आग में झुलस रहा है.