अफगानिस्तान (Afghanistan) से अमेरिकी सेना (US Troops) की वापसी हो गई है. अमेरिकी फौज के जाने के बाद काबुल एयरपोर्ट पर पूरी तरह से तालिबान का कब्जा हो गया. खुशी में तालिबानियों ने हवाई फायरिंग की और जश्न मनाया.
पिछली रात को 12 बजने से पहले ही काबुल एयरपोर्ट से आखिरी अमेरिकी विमानों ने उड़ान भर ली. इसी के साथ अफगानिस्तान में 20 साल पहले शुरू हुआ अमेरिका का युद्ध भी समाप्त हो गया. तालिबान (Taliban) ने मंगलवार को कहा है कि अफगानिस्तान में अमेरिका की शिकस्त दूसरे हमलावरों और हमारी आने वाली नस्लों के लिए एक सबक है. वहीं, अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अफगानिस्तान को लेकर अगले प्लान के बारे में बताया है. इसके साथ ही ब्लिंकन ने तालिबान को शासन करने के लिए नया फॉर्मूला भी दिया.
अमेरिका के आखिरी विमान के काबुल एयरपोर्ट से उड़ान भरने के बाद तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा, ‘अफगानिस्तान को बधाई. यह जीत हम सभी के लिए है.’ मुजाहिद ने कहा कि तालिबान की यह जीत अमेरिका के अलावा दूसरे हमलावरों के लिए भी एक सीख की तरह है. हालांकि मुजाहिद ने एक बार फिर से कहा कि तालिबान का इस बार राज पहले की तुलना में उदार होगा. तालिबानी प्रवक्ता ने कहा, ‘हम अमेरिका और पूरी दुनिया के साथ बेहतर रिश्ते चाहते हैं. हम सभी के साथ अच्छे कूटनीतिक संबंधों का स्वागत करते हैं.’
दरअसल तालिबान इससे पहले भी 1996 से 2001 तक तालिबान पर शासन कर चुका है. तब महिलाओं पर तमाम पाबंदियां थीं. इसके अलावा न्यायिक व्यवस्था भी बेहद क्रूर थी. इसके चलते एक बार फिर से लोग तालिबान के राज को लेकर डरे हुए हैं.
अमेरिकी सेना की वापसी बीते कई महीनों से जारी थी, लेकिन तालिबान का कब्जा देश पर होने के बाद भी उसके 6,000 सैनिक काबुल एयरपोर्ट की सुरक्षा में तैनात थे. ये सैनिक अमेरिका और अन्य देशों के लोगों को निकालने के लिए तैनात थे. अब निकासी का काम पूरा होने के बाद सैनिकों का वापसी हो गई है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पहले ही 31 अगस्त तक अमेरिका के सभी सैनिकों की वापसी का ऐलान किया था.
जो बाइडन ने दिया बयान
सेना वापसी पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) का बयान भी आया. उन्होंने कहा कि अब अफगानिस्तान में हमारी 20 साल की सैन्य उपस्थिति समाप्त हो गई है. मैं अपने कमांडरों को अफगानिस्तान में खतरनाक जगहों पर अपनी सेवा के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं. आगे कहा कि जैसा कि 31 अगस्त, काबुल समय की सुबह के समय में निर्धारित किया गया था और इस मिशन में और किसी सैनिक की जान नहीं गई.
Now our 20-year military presence in Afghanistan has ended. I want to thank our commanders for their execution of the dangerous retrograde from Afghanistan as scheduled in early morning hours of Aug 31, Kabul time with no further loss of American lives: US President Joe Biden
राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि मैंने विदेश मंत्री से कहा है कि वो अपने अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के साथ निरंतर समन्वय करें ताकि किसी भी अमेरिकी, अफगान भागीदारों और विदेशी नागरिकों के लिए सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित किया जा सके जो अफगानिस्तान छोड़ना चाहते हैं. बता दें कि अपनी सैन्य उपस्थिति खत्म करने के अलावा अमेरिका ने अफगानिस्तान में अपनी राजनयिक उपस्थिति को भी खत्म कर दिया और इसे कतर शिफ्ट कर दिया है. वहीं, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका हर उस अमेरिकी की मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है जो अफगानिस्तान छोड़ना चाहता है.