सीबीआई (CBI) ने दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सिसोदिया के अलावा 13 अन्य लोगों के खिलाफ भी सर्कुलर जारी किया गया है. इनके देश छोड़ने पर रोक लगा दी गई है. इस बीच एबीपी न्यूज से बातचीत में मनीष सिसोदिया ने कहा है कि हमलोग जेल जाने से डरने वाले नहीं है. उन्होंने लुकआउट सर्कुलर को नौटंकी करार दिया है.
लुकआउट सर्कुलर जारी होने के बाद मनीष सिसोदिया ने कहा कि सीबीआई की रेड में कुछ नहीं मिला है. एक पैसे की हेराफेरी नहीं मिली है.
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार के शिक्षा और हेल्थ मॉडल से बीजेपी डरती है. उन्होंने कहा, ‘मैं कहीं नहीं जा रहा. गिरफ्तार करना है तो कर लो. बताइए कहां आऩा है? हमलोग जेल से डरने वाले नहीं है. जेल में डालना है तो डाल दो, लेकिन काम रोक पाओगे क्या? जनता जान गई है कि नेताओं से क्या काम लेने हैं. ‘ उन्होंने दावा किया एक्साइज पॉलिसी सिर्फ बहाना है. 14 घंटे की रेड में कुछ भी नहीं मिला है. मनीष सिसोदिया ने आगे कहा कि एक पैसे के भ्रष्टाचार का सबूत नहीं मिला. सीबीआई ने सब तलाश लिए. मेरा कंप्यूटर और फोन जब्त कर लिया. मुझे इसकी कोई चिंता नहीं है. जांच कीजिए. पूरा देश देख रहा है. उन्होंने साफ तौर से कहा कि मोदी सरकार की घोटाले की जांच में थोड़ी सी भी दिलचस्पी नहीं है. अगर ऐसा होता तो गुजरात में एक्साइज की 10 हजार करोड़ रुपए की चोरी हो रही है. करोड़ों रुपए के खर्च से बनी सड़क पांच दिन में धंस जाती है, तब जांच नहीं होती है.
मनीष सिसोदियाने कहा, ‘मैं यहीं बैठा हूं. आप बताइए मुझे कहां आना है. लुक लुकआउट सर्कुलर सिर्फ नौटंकी है. मोदी सरकार की दिलचस्पी इस बात में है कि अरविंद केजरीवाल जो शिक्षा और स्वास्थ्य पर बेहतर काम कर रहे हैं, उन्हें कैसे रोका जाए. 2024 में केजरीवाल को रोकना ही इनका मुख्य मकसद है.’ उन्होंने दावा किया कि महंगाई और बेरोजगारी में मोदी बताएं कि क्या समाधान है. वो बताएं कि देश को कैसे नंबर वन बनाएंगे. एक्साइज सिर्फ बहाना है. असल में इनकी दिलचस्पी शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर बेहतर काम कर रहे केजरीवाल को रोकना है.