इंदिरापुरम निवासी सैयद रफत परवीन को ब्रेन घोषित करने के बाद परिवार की रजामंदी से उनका दिल, किडनी और लिवर चार लोगों को ट्रांसप्लांट किया गया। पिछले हफ्ते रफत के दिमाग की नसों में अचानक ब्लीडिंग शुरू हो गई थी।
डॉक्टरों की टीम ने उन्हें बचाने की काफी कोशिश की लेकिन उनकी की हालत बिगड़ती गई। आखिरकार गुरुवार को वह जिंदगी की जंग हार गईं। डॉक्टरों ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित करने के बाद परिवार की रजामंदी से डॉक्टरों ने अंगदान का फैसला किया।
अस्पताल के वाइस प्रेजिडेंट ने परिवार की सहमति के बाद तुरंत नैशनल ऑर्गन ऐंड ट्रांसप्लांट ऑर्गनाइजेशन को सूचित किया। एक किडनी और लिवर में दो मरीजों को ट्रांसप्लांट किया गया। दूसरी किडनी को गुरुग्राम स्थित आर्टिमिस अस्पताल में 45 मिनट में भेजकर ट्रांसप्लांट किया गया। मृतक के दिल को मैक्स साकेत अस्पताल में उत्तराखंड के 56 साल के मरीज को हार्ट ट्रांसप्लांट करके जिंदगी बचाई गई। रफत के परिवार वालों को गर्व है कि जाते-जाते वह कइयों को नई जिंदगी दे गईं।