महानगर गैस लिमिटेड (एमजीएल) ने सीएनजी की खुदरा कीम में चार रुपये प्रति किलोग्राम की वृद्धि की है. हालांकि, कंपनी ने पाइप वाली रसोई गैस (पीएनजी) का खुदरा मूल्यनहीं बढ़ाया है. कंपनी ने कहा है कि प्राकृतिक गैस आपूर्ति की लागत में 110 प्रतिशत की भारी वृद्धि के बाद दाम बढ़ाये गये हैं. एमजीएल ने छह अप्रैल, 2022 से सीनएनजी की कीमतों में तीसरी बार बढ़ोतरी की है. एमजीएल ने शुक्रवार को कहा कि मुंबई और उसके आसपास के इलाकों में शुक्रवार आधी रात से सीएनजी की कीमत 76 रुपये प्रति किलो होगी और घरेलू पीएनजी की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है.
कीमतों में इस ताजा वृद्धि से पहले सीएनजी के दाम में एक से पांच अप्रैल के बीच छह रुपये प्रति किलो की कमी आई थी. उसके बाद से इसमें 16 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई है. राज्य सरकार ने सीएनजी पर लगने वाले वैट को 13.5 प्रतिशत से घटाकर तीन प्रतिशत कर दिया था जिसके बाद इसकी कीमतों में कमी की आई थी. वहींं, 13 अप्रैल को MGL ने सीएनजी की कीमतों में 5 रुपये प्रति किलोग्राम की वृद्धि की थी. इससे पहले 5 अप्रैल को भी सीएनजी की कीमतों में 7 रुपये प्रति किलोग्राम की वृद्धि की गई थी. इससे पहले 1 अप्रैल को जब महाराष्ट्र सरकार ने वैट में 10 फीसदी की बड़ी कटौती की थी तब ने सीएनजी के दाम 6 रुपये प्रति किलोग्राम घटा दिए थे. हालांकि, महज दो सप्ताह के भीतर की इसकी भरपाई करते हुए सीएनजी की कीमतों में 12 रुपये की वृद्धि कर दी है.
मुंबई में टैक्सी यूनियन के महासचिव का कहना है कि सीएनजी की बढ़ती कीमतों देखते हुए हमने सरकार से मदद की गुहार लगाई है. उनका कहना है कि सरकार या तो सीएनजी की कीमतों पर सब्सिडी दे या फिर इलेक्ट्रिक वाहनों पर स्विच करने के लिए पर्याप्त इन्फ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराए. महासचिव ने कहा कि जल्द ही सीएनजी के रेट भी 100 रुपये को पार कर जाएंगे और टैक्सी, ऑटो चालकों को अपनी दाल रोटी चलाना मुश्किल हो जाएगा. हम किराये में वृद्धि की मांग कर रहे, लेकिन इसका असर भी आम आदमी पर ही पड़ेगा.