सियासी संकट के बीच महाराष्ट्र के बागी विधायकों ने अपनी जान को खतरा बताया था. इस मामले को लेकर अब महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मुंबई पुलिस कमिश्नर और महाराष्ट्र के डीजीपी को पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि जितने भी विधायक हैं (शिंदे कैंप में) उन्हें सुरक्षा दी जाए. इसके अलावा आज ही केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों को भी विधायकों की सुरक्षा में तैनात किया जाएगा.
बता दें कि, महाराष्ट्र में राजनीतिक उथल पुथल को लेकर बागी विधायकों के खिलाफ शिवसैनिक लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. कई विधायकों के दफ्तरों में तोड़फोड़ की गई है. वहीं शिंदे समेत कई विधायकों के पोस्टरों पर कालिख भी पोती गई है. इसी के चलते बागी विधायकों ने महाराष्ट्र सरकार से अपनी और अपने परिवारों की सुरक्षा की मांग की थी. इस मामले को लेकर महाराष्ट्र के राज्यपाल के खत लिखने से पहले केंद्र सरकार की तरफ से भी बड़ा फैसला लिया गया. केंद्र सरकार द्वारा शिंदे गुट के 16 विधायकों के घरों पर सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी. आज शाम तक सभी विधायकों के घर पर जवानों की तैनाती कर दी जाएगी. इन विधायकों को Y+ कैटेगरी की सुरक्षा दी जा रही है.
बीते दिन ही एबीपी न्यूज से खास बातचीत में बागी विधायक दीपक केसरकर ने महाराष्ट्र में खुद पर हमले का खतरा जताया था. उन्होंने कहा था कि अभी लोग गुस्से में हैं ऐसे में वहां जाना ठीक नहीं. राज्य में वापस लौटने को लेकर उन्होंने कहा था कि अभी हम नहीं जा सकते, हम लोगों के लिए खतरा है.
गौरतलब है कि लगभग एक सप्ताह से महाराष्ट्र सरकार के मंत्री व शिवसेना विधायक एकनाथ शिंदे एमवीए सरकार से बगावत करने के बाद कई विधायकों के साथ असम के गुवाहाटी में ठहरे हुए हैं. उनके साथ लगभग 50 विधायक मौजूद हैं जिनमें से अधिकतर शिवसेना के हैं.