पंजाब के तरनतारन में बीती रात करीब एक बजे पुलिस थाने पर रॉकेट लांचर से हमला किया गया। तरनतारन जिले के थाना सरहाली के साथ लगते सांझ केंद्र में शुक्रवार देर रात रॉकेट लॉन्चर से हमला किया है। इसमें बिल्डिंग के शीशे टूट गए। राहत की बात यह है कि घटना में अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। खालिस्तानी संगठन सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) ने अमृतसर-बठिंडा राजमार्ग पर स्थित इस पुलिस थाने पर हमले की जिम्मेदारी ली है।
हादसे के बाद सरकाली में पुलिस थाने पर वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए। रॉकेट लांचर थाने के लोहे के गेट से टकराया और सांझ केंद्र की ईमारत के पास जाकर गिरा। इस घटना में ईमारत के शीशे और खिड़कियों को नुकसान पहुंचा। जिस वक्त यह हमला हुआ उस समय एसएचओ प्रकाश सिंह के अलावा ड्यूटी अधकारी और 8 पुलिस कर्मी थाने में मौजूद थे। सूचना मिलने पर कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। इसके बाद पूरे पंजाब में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
हमले के बाद पुलिस ने थाने के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है और पूरे इलाके को सील कर दिया है। ये भी आशंका जताई जा रही है कि आतंकी हमला सीधा नहीं हुआ है और इसी वजह से थाने को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है।
डीजीपी गौरव यादव बोले- UAPA के तहत मामला दर्ज
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि बीती रात करीब 11 बजकर 22 मिनट पर आरपीजी का इस्तेमाल कर हाईवे से ग्रेनेड दागा गया। यह सरहाली थाने के सुविधा केंद्र से टकराया। उन्होंने कहा कि यूएपीए के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है और फॉरेंसिक टीम घटनास्थल की जांच कर रही है। डीजीपी ने कहा कि यह पड़ोसी देश की एक रणनीति है कि वह भारत को खतरनाक घाव दे। उन्होंने कहा कि बीएसएफ और केंद्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर पंजाब पुलिस इस घटना की जांच करेगी।
केजरीवाल बोले- कड़ी कार्रवाई होगी
इस घटना पर आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि इसपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जब से आप सत्ता में आई है, पंजाब में बड़े गैंगस्टर पकड़े गए हैं। पुराने दलों के संरक्षण में काम कर रहे लोगों को पकड़ा गया है।
पंजाब की भगवंत मान सरकार आने के बाद यह पहला मौका नहीं है जब ऐसी साजिश को अंजाम देने की कोशिश की गई हो। इसी साल अगस्त में पंजाब पुलिस के खुफिया विभाग के मोहाली स्थित मुख्यालय पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) से हमला किया गया था। यह भी आतंकी हमला था। इसके तार कनाडा में बैठे आतंकी लखबीर सिंह लंडा से साथ जुड़े थे। इस हमले की जांच NIA को सौंपी गई है।