आर्मी अधिकारी की पिटाई के बाद भी नही दर्ज हुआ मामला.
सेंट्रल आर्डिनेंस डिपो में बतौर फ़ायर आर्मी के जवान विजय दामोदर पाटिल ने मुंबई के बोरीवली पुलिस स्टेशन और मुंबई महानगरपालिका के आर मध्य विभाग के अधिकारियों की मनमानी से काफी परेशान हैं.
बोरीवली पुलिस ने आर्मी के इस जवान को न सिर्फ पुलिस स्टेशन से भगा दिया बल्कि बार बार पुलिस स्टेशन आने पर उसपर चैप्टर केस बनाकर अंदर डालने की धमकी भी दी गई.
आपको बता दें कि कांदिवली सीओडी के फायर विभाग में कार्यरत विजय दामोदर पाटिल बोरीवली पश्चिम वजीरा कोलीवाड़ा में रहते हैं, उनके पड़ोस में रहने वाले सदाशिव लक्षण भंडारी का परिवार बिना किसी परमिशन के 50 फ़ीट पाइलिंग (गड्ढा) खोदकर,6 हजार स्वायर फीट का, 3 मंजिला अवैध निर्माण कार्य रहे रहे है.
विशेष बात यह है कि 3 फ़ीट सड़क को भी भंडारी परिवार अवैध आर सी सी पिलर खड़ा कर घेर लिया है।
इस मामले में विजय पाटिल की शिकायत पर माननीय दिंडोशी कोर्ट ने तुरत अवैध निर्माण कार्य रोकने का आदेश 15 जनवरी 2022 को दिया.
आर मध्य मनपा ने 8 जनवरी 2022 को नोटिस जारी कर भंडारी परिवार को अवैध निर्माण कार्य रोकने को कहा था.लेकिन आज भी उक्त अवैध निर्माण कार्य जारी है.
इस शिकायत को लेकर जब आर्मी अधिकारी पाटील पुलिस स्टेशन जाते है तो उन्हें केस में फ़साने की धमकी दी जाती है. इतना ही नही आर्मी अधिकारी पाटील को भंडारी फैमिली द्वारा जमकर पिटाई भी की गई लेकिन भंडारी गुंडों के खिलाफ कोई मामला दर्ज नही किया गया.
आर्मी जवान विजय पाटिल का आरोप है कि भंडारी परिवार के गुंडों ने उन्हें और उनके परिवार को कई बार मारा पीटा लेकिन बोरीवली पुलिस के अधिकारियों ने उनकी शिकायत तक दर्ज नही किया. आर्मी अधिकारी पाटील ने बताया कि आखिरी उम्मीद अब मीडिया है. क्योंकि मोदी सरकार जवानों को सम्मान की बात तो करती है लेकिन जवान को मुंबई पुलिस झूठे केस में फ़साने की धमकी दे रही है.