राजस्थान के अलवर जिले में के बहरोड़ के गोकलपुर गांव में एक दलित युवक को कुछ लोगों ने मंदिर में नाक रगड़ने को मजबूर किया तथा उसके साथ मारपीट भी की। पुलिस ने एससी-एसटी ऐक्ट में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही अन्य बचे हुए आरोपियों को भी पुलिस जल्द पकड़ने का प्रयास कर रही है।
मामला 3 दिन पहले का है, जहां गोकलपुर निवासी राजेश कुमार मेघवाल के द्वारा 18 मार्च की रात को फेसबुक पर ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर कॉमेंट किया गया था। इसके साथ ही राजेश ने भगवान राम और श्रीकृष्ण पर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। हालांकि उसके बाद किसी की भावनाओं को ठेस ना पहुंचे इसके लिए दो बार माफी भी मांग ली थी। मेघवाल एक निजी बैंक में काम करता है।
लेकिन इसके बाद दबंगों ने उसे जबरन मन्दिर ले जाकर पायदान पर सात बार नाक रगड़वाई। जिसका वीडियो वायरल हो जाने के बाद प्रशासन में हड़कप मच गया था। राजेश के द्वारा मंगलवार की रात को पुलिस थाने में विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कराया गया था।
मामला गंभीर होने के कारण भिवाड़ी पुलिस अधीक्षक शांतनु कुमार मौके पर पहुंचे थे और पूरे मामले की जांच के आदेश दिए थे। साथ ही मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मनुष्य को इस आजाद देश में अपने विचार रखने के पूरा अधिकार है। उसको कोई नहीं रोक सकता है। साथ ही लोगों को समाज में मिलजुल कर रहना चाहिए। अच्छे संस्कार ही आगे लेकर जाते हैं, इसलिए युवाओं से भी अपील है कि आप सब आजाद हैं, लेकिन इस तरह के गलत कार्य नहीं करने चाहिए।
बहरोड़ पुलिस स्टेशन के सर्किल ऑफिसर राव आनंद ने बताया कि राजेश कुमार ने दो तीन दिन पहले फेसबुक पर ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म की आलोचना की थी। उसने फिल्म के खिलाफ एक पोस्ट लिखी जिसको लेकर आलोचनात्मक टिप्पणियां की गईं। फिल्म पर पोस्ट में युवक ने सवाल किया कि क्या अत्याचार सिर्फ पंडितों के साथ हुआ है दलितों के साथ नहीं। उसने लिखा कि गरीबों पर रोज अत्याचार हो रहे हैं और उनकी सुरक्षा के नाम पर कुछ भी नहीं हो रहा है।
फिल्म पर मेघवाल की पोस्ट के जवाब में कुछ लोगों ने जय श्री राम और जय श्री कृष्ण लिखा। इन टिप्पणियों पर उसने कथित तौर देवताओं के लिए कुछ अपमानजनक टिप्पणियां कीं। हालांकि उसने बाद में राम और कृष्ण पर टिप्पणी करने के लिए सोशल मीडिया पर उसने माफी मांगी लेकिन कुछ स्थानीय लोगों ने उसे एक मंदिर में माफी मांगने के लिए मजबूर किया। उसे मंदिर ले जाया गया जहां उसने माफी मांगी।
अधिकारी ने कहा, “वहां मौजूद कुछ लोगों ने उसे मंदिर में नाक रगड़ने के लिए मजबूर किया और उसने जैसा कहा गया, वैसा ही किया।” उन्होंने बताया कि बहरोड़ थाने में बीती रात 11 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और उनमें से सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जिन्हें गिरफ्तार किया गया है उनमें अजय कुमार शर्मा, संजीत कुमार, हेमंत शर्मा, परविंदर कुमार, रामावतार सिंह, नितिन जांगिड़ और दयाराम शामिल हैं।