कन्नौज के मशहूर इत्र कारोबारी और समाजवादी पार्टी के एमएलसी पुष्पराज जैन (Pushpraj Jain Detained) उर्फ पंपी जैन को आयकर विभाग (Income Tax Raid) ने हिरासत में ले लिया है. पम्पी जैन के आवास तथा प्रतिष्ठान सहित एक दर्जन ठिकानों पर पड़ताल कर रही आयकर विभाग की टीम ने अब सख्ती बढ़ा दी है. टीम सोमवार को पम्पी जैन को लेकर कानपुर गई है.
सपा एमएलसी पुष्पराज उर्फ पंपी जैन के घर पर पिछले 72 घंटों से भी अधिक समय से आयकर विभाग की छापेमारी चल रही थी. सुबह आयकर विभाग के कुछ अधिकारी और आधा दर्जन पुलिसकर्मी पंपी जैन के घर पहुंचे थे. इसके बाद सुबह 9 बजे के करीब यह टीम पुष्पराज जैन को अपने साथ ले जाती दिखी. खबर है कि कन्नौज में जैन के घर और फैक्ट्री पर अब भी पुलिसकर्मी मौजूद हैं.
इत्र कारोबारी पुष्पराज जैन के देश में कई प्रतिष्ठान तथा आवास पर पड़ताल में आयकर विभाग को करोड़ों की धनराशि के साथ आयकर देने के मामलों में कमी के कई कागजात मिले हैं. इसके बाद टीम ने चार दिन से कन्नौज में अपने पुश्तैनी आवास में रहे रहे पुष्पराज जैन को अपनी गिरफ्त में लिया है.
आयकर विभाग की टीम अब इत्र कारोबारी समाजवादी पार्टी से विधान परिषद सदस्य पुष्पराज जैन उर्फ पम्पी जैन से पूछताछ करेगी. यह भी आशंका जताई जा रही है कि टीम उन्हें आगे की कार्रवाई के लिए मुंबई और हाथरस भी ले जा सकती है. इत्र नगरी कन्नौज में फिलहाल उनके आवास और कारखाना पर पुलिस कर्मी तैनात हैं.
इससे पहले रविवार को पम्पी जैन से उनके आवास और फिर पांच घंटे तक कारखाना में पूछताछ की गई थी. यहां उनके बयान दर्ज होने थे. इससे माना जा रहा था कि कार्रवाई रविवार देर शाम खत्म हो जाएगी, लेकिन पुष्पराज के अलग-अलग समय पर अलग बयानों से मामला बढ़ता जा रहा है. बताया जा है कि बयानों में विरोधाभास होने के कारण अभी उनसे पूछताछ चलेगी. पम्पी ने जो बयान दर्ज कराए हैं, अब उसी आधार पर टीम फिर से जांच करेगी.
समाजवादी इत्र बनाने वाले सपा एमएलसी पुष्पराज जैन उर्फ पम्पी जैन के ठिकानों से आयकर विभाग को तीसरे दिन दस करोड़ रुपये की फर्जी खरीद और दस करोड़ की बोगस एंट्री के दस्तावेज मिले हैं. इनकी जांच की जा रही है. इससे पहले मिडिल ईस्ट से करीब 40 करोड़ रुपये के निवेश के कागजात पाए गए थे. बड़ी संख्या में सीज कागजातों की जांच की जा रही है.
आयकर विभाग ने पम्पी जैन और मलिक ग्रुप के कानपुर, कन्नौज, लखनऊ, दिल्ली, मुंबई और हाथरस के 35 परिसरों पर छापेमारी की थी। शनिवार तक कानपुर और लखनऊ सहित 15 परिसरों की जांच पूरी हो गई थी. रविवार को आठ और दफ्तर, गोदाम और कॉरपोरेट ऑफिसों की जांच हो गई. अभी भी 12 जगह छानबीन चल रही है.
कौन हैं पुष्पराज जैन?
पुष्पराज जैन को 2016 में इटावा-फर्रुखाबाद से एमएलसी के रूप में चुना गया था. वह प्रगति अरोमा ऑयल डिस्टिलर्स प्राइवेट लिमिटेड के सह-मालिक हैं. हाल के दिनों में यूपी की सियासत में चर्चा बटोर रही समाजवादी इत्र इन्हीं की कंपनी ने बनाई थी. उनके इस बिजनेस की शुरुआत उनके पिता सवैललाल जैन ने 1950 में ने शुरू की थी.
पुष्पराज और उनके तीन भाई कन्नौज में व्यवसाय चलाते हैं और एक ही घर में रहते हैं. एमएलसी पुष्पराज का मुंबई में एक घर और एक कार्यालय है, जहां से मुख्य रूप से मध्य पूर्व में लगभग 12 देशों को निर्यात का सौदा होता है. उनके तीन भाइयों में से दो मुंबई ऑफिस में काम करते हैं, जबकि तीसरा उनके साथ कन्नौज में मैन्युफैक्चरिंग सेट-अप पर काम करता है.