स्कूल और मंदिरों सहित सभी प्रार्थना स्थलों को खोलने के फ़ैसले के बाद अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने शनिवार को राज्य के सभी सिनेमाघरों को 22 अक्तूबर से खोले जाने का एलान कर दिया है. कोरोना नियमों का पालन करते हुए महाराष्ट्र भर में थिएटर्स शुरू करने की अनुमति ठाकरे सरकार ने दे दी है.
बता दें कि राज्य सरकार 7 अक्टूबर से राज्य में सभी धार्मिक स्थलों को खोलने की घोषणा कर चुकी है. मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी आदेश में साफ कहा गया है कि सिनेमाघरों को इस दौरान कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन करना होगा. महाराष्ट्र सरकार ने बीते दिन राज्य के स्कूलों को 4 अक्तूबर से खोलने के निर्देश जारी किए थे.
कोरोना की दूसरी लहर के बाद से बंद चल रहे राज्य के सिनेमाघरों के बंद होने से करीब एक दर्जन मेगा बजट फिल्मों की रिलीज अटकी हुई थी. देश में हिंदी फिल्मों के कारोबार में महाराष्ट्र राज्य की भूमिका सबसे अहम रही है. इन फिल्मों के मुंबई वितरण क्षेत्र से ही सिनेमाघरों की टिकटों की बिक्री से कुल कारोबार की करीब 40 से 50 फीसदी कमाई होती है.
पेन स्टूडियोज के चेयरमैन जयंतीलाल गडा और फिल्म निर्माता निर्देशक रोहित शेट्टी की अगुआई में मुंबई के फिल्म निर्माताओं के अलावा देश की बड़ी थिएटर श्रृंखलाओं के प्रबंधन से जुड़े शीर्ष अधिकारियों ने शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की. इस दौरान फिल्म इंडस्ट्री के हालात समझने के लिए ठाकरे ने प्रदेश के तमाम वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को भी इस बैठक में बुला रखा था.
बैठक में मौजूद लोगों के मुताबिक इस दौरान उद्धव ठाकरे ने फिल्म जगत के प्रतिनिधियों से विस्तार से उनकी दिक्कतों के बारे में समझा. इन लोगों ने मुख्यमंत्री को बताया कि बिना महाराष्ट्र के सिनेमाघर खुले हिंदी फिल्म जगत में काम करने वाले लाखों लोगों का रोजगार जारी रखना मुश्किल हो सकता है. फिल्मों के निर्माण से लेकर वितरण और प्रदर्शन तक लाखों परिवारों की रोजी रोटी इन फिल्मों की रिलीज से जुड़ी है. फिल्म प्रतिनिधियों ने इसके पहले शिवसेना सांसद संजय राउत से इस बारे में विस्तार से अपनी समस्याएं साझा की थीं.