कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने बड़ा फैसला लिया है. महाराष्ट्र सरकार ने फैसला लिया है कि राज्य में नाइट कर्फ्यू (Night Curfew) लगाया जाएगा. नाइट कर्फ्यू का फैसला लेने से पहले महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में कोरोना के हालात की समीक्षा के लिए वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए अहम बैठक की थी.
इस बैठक में प्रदेश के सभी डिवीजनल कमिश्नर, कलेक्टर, एसपी और जिला अस्पतालों के सीनियर डॉक्टर्स शामिल हुए थे. बैठक का मकसद राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए आगे की रणनीति तैयार करना था. इस बैठक में चर्चा करने के बाद उद्धव ठाकरे सरकार ने पूरे राज्य में भीड़भाड़ कम करने के लिए 28 मार्च से नाइट कर्फ्यू (Night Curfew) लागू किए जाने का फैसला लिया.
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है कि राज्य सरकार कोरोना को कंट्रोल करने के साथ ही टीकाकरण (Vaccination) तेज करने जा रही है। ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन देने की योजना समेत मेडिकल स्टाफ की संख्या को लेकर भी चर्चा की गई.
उद्धव ने कहा, ”मैं लॉकडाउन नहीं लगाना चाहता, लेकिन कोरोना के बढ़ते केसों को देखकर लग रहा है कि मौजूदा स्वास्थ्य ढांचा, कम पड़ सकता है। जिलों को सलाह दी जाती है कि वे बिस्तरों की उपलब्धता और स्वास्थ्य सुविधाओं का आकलन करें।”
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) ने इस मीटिंग में कहा कि लॉकडाउन लगाने की इच्छा नहीं है, लेकिन मौजूदा स्तिथि को देखते हुए राज्य में शुरू किए गए आरोग्य सेवाओं की भविष्य में कमी ना हो इसलिए ये फैसला लिया जा रहा है. साथ ही तमाम अधिकारियों से कहा गया है कि समय-समय पर स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी जानकारी वो राज्य सरकार को मुहैया कराते रहें.
सीएम ऑफिस की ओर से कहा गया है कि सभी मॉल्स रात 8 बजे से सुबह 7 बजे तक बंद रहेंगे। महाराष्ट्र सरकार ने ये फैसले ऐसे समय में किए हैं जब राज्य में रिकॉर्ड संख्या में नए केस सामने आ रहे हैं। उद्धव ठाकरे ने कहा, ”कोरोना वायरस का खतरा खत्म नहीं हुआ है, बल्कि यह बढ़ गया है। लोगों को यह समझने की जरूरत है। सख्त कदम उठाना आवश्यक हो गया है। स्थानीय स्थिति के मुताबिक जिला कलेक्टर लॉकडाउन (Lockdown) लगा सकते हैं, लेकिन इससे पहले उन्हें लोगों को पर्याप्त समय देना होगा।”