दिवाली से पहले उद्धव सरकार ने डॉक्टरों के लिए बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए सभी सरकारी और म्यूनिसिपल मेडिकल कॉलेज में कोरोना मरीजों का इलाज करने वाले रेजीडेंट डॉक्टरों को 1.21 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की है.
कोरोना काल में दिन-रात सेवाएं देने वाले राज्य सरकार के मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों के योगदान को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने यह फैसला किया है. राज्य सरकार के चिकित्सा शिक्षा विभाग ने इस संबंध में शासनादेश जारी किया है.
महामारी के दौर में कोरोना का संक्रमण की सबसे ज्यादा मार महाराष्ट्र को ही पड़ी है. एक समय कोरोना संक्रमण के मामले में महाराष्ट्र पहले नंबर पर था. जब कोरोना का संक्रमण तेजी पर था तब महाराष्ट्र में ही सबसे ज्यादा हर दिन कोरोना के मामले सामने आ रहे थे. हालांकि पहले से अब राज्य में कोरोना की रफ्तार में काफी गिरावट दर्ज की गई है और अब मृत्यु दर का ग्राफ भी नीचे गिरा है.
स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार राज्य में अब तक 8 करोड़ से अधिक लोगों को कोरोना की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है. अब तक 65 लाख 73 हजार से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं. मौजूदा समय में राज्य में 33 हजार से अधिक एक्टिव मामले हैं. वहीं अगर कोरोना से अब तक हुई मौतों की बात करें तो राज्य में भी तक 1 लाख, 40 हजार 470 लोगों की मौत हुई है.