महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में मॉनसून ने दस्तक दे दी है. मुंबई में मानसून के पहले दिन ही भारी बारिश के चलते कई जगह सड़कों पर पानी भर जाने से ट्रैफिक जाम की स्थिति नज़र आ रही है. मौसम विभाग ने 9 जून से 12 जून तक अत्यधिक बारिश होने से संबंधित अलर्ट जारी किया है.
मुंबई के किंग्ज सर्कल, हिंदमाता, सायन. कांजूरमार्ग, अंधेरी सबवे में पूरी तरह से पानी भर गया है और कई जगहों में गाड़ियों की आवाजाही भी बंद कर दी गई है. रास्तों और रेलवे ट्रैक पर पानी भर गया है. कई जगह दो-दो फुट तक पानी भर गया है.
मुंबई के सायन-कुर्ला स्टेशन के बीच ट्रैक पर पानी भर जाने के कारण लोकल ट्रेनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई. इस वक्त मुंबई की लोकल ट्रेनों में सिर्फ जरूरी सेवाओं में शामिल लोगों को ही यात्रा करने की अनुमति है, ऐसे में लोकल में यात्रा करने वाले लोगों की संख्या कम है. लेकिन जो लोग यात्रा कर रहे हैं, उनको लोकल के रूकने की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं.
मुंबई में भारी बारिश के कारण सायन रेलवे स्टेशन और जीटीबी नगर रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर पानी भर गया है. एहतियात के तौर पर मुंबई लोकल ट्रेन सेवाएं कुर्ला और सीएसएमटी के बीच रोक दी गई हैं. ट्रैक पर पानी कम होने के बाद लोकल ट्रेन सर्विस फिर बहाल की जाएंगी.
बारिश के बाद मध्य रेलवे में लोकल ट्रेनों को कुछ देर के लिए बंद कर दिया गया है. ठाणे से कुर्ला होकर सीएसएमटी तक की लोकल ट्रेनें रोक दी गई है. कुर्ला से सायन तक में ट्रैक पर पानी भर जाने की वजह से ट्रेन किसी तरह धीरे-धीरे चल पा रही है.ठाणे से कर्जत-कसारा की ट्रेनें धीरे-धीरे चल रही हैं. हार्बर लाइन में उरन तक जाने वाले ट्रैक में ट्रेनें जा रही हैं. यात्रियों का कहना है कि घंटे भर से ज्यादा खड़े होने पर भी ट्रेन नहीं आ रही है. सुबह 11 बजा कर 43 मिनट में हाई टाइड की सूचना है.
पश्चिम मुंबई में जोगेश्वरी, मालाड, गोरेगाव, बोरिवली में रात भर बारिश हुई. मध्य मुंबई मेंके सायन, कुर्ला, कांजूरमार्ग, किंग्ज सर्कल और दक्षिण मुंबई के लालबाग-परेल सहित अन्य इलाकों में सुबह से बरसात ने जोर पकड़ा है. इन इलाकों में कहीं घुटने भर पानी है तो कहीं घरों के अंदर पानी आ गया है. मुंबई के साथ-साथ मुंबई से सटे इलाके ठाणे, कल्याण, वसई व पालघर में भी रात भर बारिश हुई है और सुबह से भी बारिश लगातार शुरू है.
BMC के दावे फिर फेल
मॉनसून विभाग ने मुंबई में मॉनसून के आगमन की तारीख 10 जून बताई थी. मुंबई में एक दिन पहले मॉनसून आया है. इसलिए बीएमसी को पहले से पता था कि मॉनसून का सही समय कब है. अनिश्चितिता का कोई बहाना नहीं है. बीएमसी ने दावे किए थे कि हर साल की तुलना में इस बार ज्यादा बेहतर तरीके से नालों की सफाई की गई है और दावा किया गया था कि 104 प्रतिशत तक नाले की सफाई हो चुकी है और पिछले सालों की तुलना में 35 प्रतिशत अधिक कचरे निकाले गए हैं. बीएमसी ने दावा किया था कि बरसात से पहले कुल 3 लाख 11 हजार 381 मीट्रिक टन कचरा निकालने का लक्ष्य रखा गया था, जबकि लक्ष्य से ज्यादा यानी 3 लाख 24 हजार 284 मीट्रिक टन कचरा निकाला गया है.