बृहनमुंबई महानगर पालिका (BMC) ने फिलहाल अपने सातवीं कक्षा तक के स्कूलों को खोलने के फैसले को 15 दिनों के लिए टाल दिया है. कोरोना के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे को देखते हुए मुंबई में 01 दिसंबर यानी बुधवार से खुल रहे स्कूल फिर से बंद करने का निर्णय लिया गया है.
बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने फैसला लिया है कि मुंबई में कक्षा 1 से 7 तक के स्कूल अब 15 दिसंबर से खुलेंगे. दिशा-निर्देशों के अनुसार, स्कूलों को 01दिसंबर से खोलने की अनुमति थी लेकिन सेनिटाइज़ेशन और Covid19 ओमिक्रॉन संस्करण का हवाला देते हुए BMC ने कहा कि स्कूल 15 तारीख से खुलेंगे और ऑनलाइन पढ़ाई का विकल्प जारी रहेगा.
बीएमसी के शिक्षा अधिकारी राजू तड़वी ने बताया कि ओमिक्रोन वायरस काफी खतरनाक हो सकता है. ऐसे में स्कूल को शुरू करने के पहले अभिभावकों की मंजूरी लेना जरूरी है. साथ ही छोटे बच्चों को कोरोना संबंधी नियमों के पालन के बारे में समझाने को लेकर भी हमने यह फैसला लिया है. इन पंद्रह दिनों में हम बच्चों के अभिभावकों से संपर्क करके उनकी सहमति लेंगे. साथ ही उन्हें अपने बच्चों को कोरोना संबंधी नियमों के पालन को लेकर जागरूक करने का भी अनुरोध करेंगे.
राजू तडवी ने कहा, “हमें कल ही 01 दिसंबर से स्कूल खोलने के लिए महाराष्ट्र सरकार का आदेश मिला है, जबकि सेनिटाइजेशन के लिए दो हफ्ते के समय की जरूरत होगी. 15 दिसंबर के बाद अगर नए वैरिएंट की वजह से स्थिति बिगड़ती है तो हम और कड़े कदम उठाएंगे. स्टूडेंट्स के लिए अभी ऑनलाइन क्लासेज़ का विकल्प रहेगा. हमने बहुत विचार-विमर्श के बाद यह निर्णय लिया है क्योंकि बच्चों को पूरे दिन मास्क पहनने के लिए नहीं कहा जा सकता है.”
राज्य के सभी स्कूलों में अभी सीनियर क्लासेज़ के लिए दो छात्रों के बीच कम से कम 6 फीट की दूरी का सख्ती से पालन होगा और स्कूल में सभी को मास्क पहनना अनिवार्य होगा. स्टाफ और स्टूडेंट्स को बार-बार हाथ धोने होंगे और स्कूल को साफ रखना होगा. इसके अलावा नॉन-टीचिंग कर्मचारियों का टीकाकरण पूरा किया पूरा किया जाएगा और बायोमेट्रिक अटेंडेंस फिलहाल बंद रहेगी.
स्कूल की भीड़भाड़ वाली गतिविधियों, खेल या सामूहिक प्रार्थना आदि नहीं होगी. केवल बिना लक्षण वाले लोगों को ही स्कूल परिसर या कक्षा में जाने की अनुमति दी जाएगी. निर्देश है कि बच्चे या शिक्षक यदि बीमार हों तो वे स्कूल न आएं और जरूरी नियमों का करें. यदि एक ही स्कूल में एक ही कक्षा के पांच से अधिक बच्चे दो सप्ताह की अवधि के भीतर कोविड से संक्रमित पाए जाते हैं, तो स्कूल की कोविड रोकथाम कार्य योजना की समीक्षा की जाएगी.
मुंबई शहर में कुल तीन हजार चार सौ बीस स्कूल हैं। जिनमें पहली से लेकर सातवीं तक के दस लाख पचास हजार स्टूडेंट्स हैं। वहीं इन स्कूलों में 60 हज़ार स्टाफ ड्यूटी करते हैं। फिलहाल 82 फीसदी स्कूल स्टाफ का टीकाकरण किया जा चुका है.