उत्तर प्रदेश (UP) में हिंदुओं के धर्म परिवर्तन का बड़ा मामला सामने आया है। यूपी एटीएस के मुताबिक, दिल्ली से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन लोगों ने उत्तर प्रदेश में 1000 से अधिक हिंदुओं का धर्म परिवर्तन करवाया, इनमें गरीब और पिछड़ों के साथ ही बेघर, मूक-बधिर और बेसहारा महिलाएं शामिल हैं।
यूपी एटीएस (UP Anti-Terrorism Squad) ने मूक बाधिर छात्रों व कमजोर आय वर्ग के लोगों को धन, नौकरी व शादी करवाने का लालच देकर धर्मांतरण कराने वाले सिंडिकेट के दो लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग आईएसआई (ISI) व अन्य विदेशी फंडिंग से धर्मांतरण करवाते थे। बताया जा रहा है कि ये लोग बड़ी संख्या में धर्मांतरण करवा चुके हैं और कई लड़कियों की धर्मांतरण के बाद शादी भी करवा चुके हैं।
गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों के नाम मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती काजी जहांगीर कासमी बताए गए हैं, जो दिल्ली के जामिया नगर इलाके के इलाके के रहने वाले हैं. आशंका जताई जा रही है कि इन आरोपियों के तार देशभर में हो सकते हैं।
यूपी के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार के अनुसार, गिरफ्तार कर आरोपियों को लखनऊ लाया जा रहा है। मुख्य आरोपी ने खुद भी अपना धर्म परिवर्तन कर रखा है। यूपी एटीएस को आशंका है कि इस काम में विदेश फंडिंग भी लगी हो सकती है।
प्रशांत कुमार के मुताबिक, नोएडा के एक मूक बधिर स्कूल के भी 18 बच्चों का धर्मांतरण कराया गया है। यह रैकेट दो साल से चल रहा था। लोगों को डरा धमका कर और लालच देकर धर्मांतरण करवाया जाता था। इस मामले में एटीएस ने यूपी के गोमती नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है, जिसमें जामिया नगर स्थित आईडीसी इस्लामिक दावा सेंटर के चेयरमैन का नाम भी दर्ज है. जानकारी के मुताबिक, यूपी एटीएस इन दोनों मौलानाओं से चार दिन से पूछताछ कर रही है.