मध्य प्रदेश सरकार (Madhya Pradesh Government) कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद (salman khurshid)की किताब पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रही है. उन्होंने अयोध्या फैसले पर किताब ‘सनराइज ओवर अयोध्या : नेशनहुड इन आवर टाइम्स’ को लेकर खुर्शीद पर निशाना साधा. शुक्रवार को मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा कि ये निंदनीय पुस्तक छापी है. मैं कानूनविदों से राय लेकर मध्य प्रदेश में किताब को बेन करूंगा.
उन्होंने कहा कि सलमान खुर्शीद हिंदू को खंडित करने का, जाति में बांटने का अवसर नही छोड़ते. अपने भारत देश को खंडित करने का अवसर नहीं छोड़ रहे हैं. ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे इंशाअल्लाह –इंशाअललाह’ कहने वालों के पास सबसे पहले राहुल गांधी गए थे. ये वही विचार है जिसे सलमान आगे बढ़ा रहे हैं.
नरोत्तम ने कमलनाथ को निशाना बनाते हुए कहा कि उन्होंने कोरोना वायरस (Covid-19) के संदर्भ में कहा था कि यह महान भारत नहीं, बल्कि बदनाम भारत है. अब उनकी पार्टी के सहयोगी खुर्शीद उसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. इस किताब को लेकर सोनिया गांधी स्पष्ट करें कि वे किसके साथ हैं.
खुर्शीद ने अपनी किताब में कथित तौर पर लिखा है कि साधु व संतों के लिए जाने जाने वाले सनातन धर्म और खालिस हिंदूवाद (क्लासिकल हिन्दुइज्म) को हिंदुत्व के एक असभ्य रूप द्वारा एक तरफ धकेला जा रहा है, सभी मानदंडों पर यह राजनीतिक संस्करण हाल के वर्षों के आईएसआईएस और बोको हरम जैसे समूहों के जिहादी इस्लाम के जैसा है.
गौरतलब है कि सलमान खुर्शीद की इस किताब से मध्य प्रदेश सहित पूरे देश में बवाल मच गया है. किताब बुधवार को रिलीज हुई. इसका विमोचन पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम और मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने किया. इस किताब के रिलीज होते ही बीजेपी और हिंदूवादी संगठनों से जुड़े नेताओं ने जमकर विरोध किया. ग्वालियर में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और बजरंग दल दे पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष जयभान सिंह पवैया ने कहा कि यह बात असहनीय है. देश में इस तरह की छूट देना भारत की अखंडता भारत की समसरसता के लिए गंभीर है.