विश्वास या अंधविश्वास! बाबा निराला के ‘आश्रम’ में पम्मी को लगा ये आघात
मुम्बई। अदिति पोहनकर ने एमएक्स ओरिजिनल सीरीज ‘आश्रम’ में पम्मी के जबर्दस्त रोल में अपनी शानदार अदाकारी से दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित किया है। वह एक मजबूत और युवा महिला पहलवान है, जिसके सपने बड़े-बड़े हैं। अदिति ने पितृ सत्तात्मक समाज और दुनिया की अन्यायपूर्ण और दकियानूसी परंपराओं के सामने झुकने से इनकार कर दिया।
इस क्राइम ड्रामा के पहले भाग में पम्मी को करिश्माई काशीपुर वाले बाबा निराला को अपना आदर्श मानते हुए दिखाया गया है। काशीपुर वाले बाबा निराला का रोल बॉबी देओल ने निभाया है। बाबा की एंट्री पम्मी की जिंदगी में उस समय होती है, जब वह अपना सब कुछ गंवा चुकी होती है। बाबा की ताकत और उनकी सुरक्षा से पम्मी को फिर जीने का मकसद मिल जाता है। इस तरह विचारों में पूरी तरह स्पष्ट यह लड़की अपना सब कुछ छोड़कर बाबाजी और उनके आश्रम के प्रति अपने को समर्पित कर देती है।
बाबा के आश्रम पर कई आरोप लगाए जाते हैं और कई अंगुलियां उस आश्रम पर उठती हैं, जिसे पम्मी अब अपना घर मानती हैं। वह स्वयं को हरदम उस मनुष्य का बचाव करते हुए पाती है। पम्मी का मानना है कि बाबा कुछ गलत कर ही नहीं सकते।
‘आश्रम दूसरा अध्याय- गहराते रहस्य’ में आश्रम का काला चेहरा पम्मी को तब दिखता है, जब वह पाप से भरी हुई जगह पर खुद को गलत कामों में उलझा हुआ पाती है। वह पूरी तरह भ्रम में होती है। वह अकेलेपन में खुद से ही सवाल करती है, नहीं तो उसका स्वघोषित बाबा निराला पर इतना अगाध विश्वास होता है कि उसे हिलाया नहीं जा सकता।
इस सीरीज में अपनी यात्रा के बारे में बताते हुए अदिति ने कहा, “पम्मी के किरदार ने सचमुच मुझे हिला कर रख दिया। वह एक बहादुर लड़की है, पलहवान है, जो खुद अपनी आस्था का शिकार बन जाती है। पम्मी के किरदार ने मुझे उन लोगों के प्रति अपना गुस्सा दिखाने का मौका दिया, जो कमजोरों का पूरी तरह शोषण करते हैं और इंसानियत में उनके विश्वास को एक झटके में ही उनसे लूट लेते हैं।”
प्रकाश झा के निर्देशन में बनी यह क्राइम ड्रामा सीरीज ओटीटी प्लेटफॉर्म पर सबसे ज्यादा देखी जाने वाली वेब सीरीज बन गई है। इस एडिशन के सभी 9 एपिसोड्स की स्ट्रीमिंग 11 नवंबर से एक्सक्लूसिव रूप से एमएक्स प्लेयर पर निःशुल्क की जाएगी।
संतोष साहू