लक्षद्वीप की फिल्ममेकर और एक्टिविस्ट आयशा सुल्ताना (Aisha Sultana) के खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज किया गया है। लक्षद्वीप इकाई के भाजपा अध्यक्ष अब्दुल खादर हाजी की शिकायत पर IPC (देशद्रोह) की धारा 124 A और 153 B (हेट स्पीच) के तहत कवरत्ती पुलिस स्टेशन में आयशा सुल्ताना के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. उनपर आरोप है कि उन्होंने प्रफुल पटेल को द्वीप के लोगों पर केंद्र द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा एक जैव-हथियार बताया है.
खादर की शिकायत में लक्षद्वीप में चल रहे विवादास्पद सुधारों पर मलयालम चैनल ‘MediaOne TV’ पर हालिया बहस का हवाला दिया गया था, जिसमें आयशा ने कथित तौर पर कहा था कि केंद्र प्रफुल्ल पटेल को द्वीपों पर ‘जैव-हथियार’ के रूप में इस्तेमाल कर रहा है. इस टिप्पणी का बीजेपी की लक्षद्वीप इकाई ने विरोध किया था.
खादर ने कहा कि ‘आयशा का बयान राष्ट्रविरोधी है जिससे केंद्र सरकार की छवि खराब हो रही है। ऐसा दोबारा ना हो इसलिए आयशा के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।‘ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने केरल में भी आयशा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
आयशा लक्षद्वीप में प्रस्तावित कानून के खिलाफ आगे बढ़कर कैम्पेन में हिस्सा ले रही हैं। अपने विवादित बयान पर आयशा ने फेसबुक पर पोस्ट किया कि ‘मैंने टीवी चैनल की बहस में जैव हथियार शब्द का इस्तेमाल किया था। मैंने महसूस किया था कि पटेल और उनकी नीतियां जैव हथियार के रूप में हैं। पटेल और उनके दल के माध्यम से ही लक्षद्वीप में कोविड 19 फैला। मैंने पटेल की तुलना जैव हथियार से की, सरकार या देश से नहीं। आपको यह समझना चाहिए।‘