हाल ही में जैसा महाराष्ट्र की राजनीति में देखने को मिला है ठीक उसी से मिलता जुलता ब्रिटेन में देखने मिल रहा है. दरअसल 40 के करीब मंत्रियों के इस्तीफे के बाद बॉरिस जॉनसन ने भी प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफे देने वालों में एक भारतीय ऋषि सुनक और पाकिस्तानी मंत्री साजिद भी शामिल थे. इन दोनों का कहना है कि लोगों को उम्मीद थी कि सरकार ठीक से उनकी भलाई के लिए काम करेगा लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं हो रहा था.
ब्रिटेन में चार कैबिनेट मंत्री समेत 40 मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद बोरिस जॉनसन पर भी इस्तीफे का दबाव बढ़ गया. बता दें कि मंगलवार को वित्त मंत्री ऋषि सुनक और स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद ने इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद तो इस्तीफों की झड़ी लग गई.
बोरिस जॉनसन पर इस्तीफा देने का दबाव लगातार बढ़ रहा था. एक दिन पहले ही उनकी कैबिनेट के करीब 9 मंत्री उनके पास पहुंचे थे और उन्होंने कंजरवेटिव पार्टी के हित और आगे आने वाले चुनावों का हवाला देकर बोरिस से इस्तीफा देने को कहा था. लेकिन इस पर बोरिस जॉनसन सहमत नहीं हुए थे.
यही बात जब उनके एक मंत्री माइकल गोव ने मीडिया के सामने बता दी तो उनको बर्खास्त कर दिया गया. इसके बाद जॉनसन पर इस्तीफे का दबाव और बढ़ गया. बोरिस जॉनसन ने पहले कहा था कि अगर वह इस्तीफा दे देंगे तो आने वाले चुनाव में पार्टी को नुकसान उठाना पड़ेगा. इसलिए उनका पद पर बने रहना जरूरी है.
बता दें इस पूरी बगावत की वजह की बात करें तो बताया जा रहा है कि यह बगावत इसलिए हुई क्योंकि प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इसी साल फरवरी के महीने में क्रिक पंचर को कंजर्वेटिव पार्टी का डिप्टी व्हिप नियुक्त किया था, जबकि पार्टी के ज्यादातर लोग क्रिस पंचर के विरोध में थे.
जानकारी के मुताबिक क्रिस पिंचर पर कई संगीन आरोप थे. उनपर यौन दुराचार जैसे संगीन आरोप लगे थे. पार्टी के नेताओं और सांसदों का कहना था कि प्रधानमंत्री जॉनसन को क्रिस पर लगने वालों आरोपों के बारे में पता था लेकिन फिर भी उन्होंने नियुक्त किया. इसके बाद वित्त मंत्री ऋषि सुनक और स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद ने इस्तीफा सौंप दिया.