विरार:- वसई तालुका में अवैधरूप से चल रहे विद्यालयों कि लिस्ट गतवर्ष पालघर शिक्षा विभाग की ओर से जारी किया गया था. इस लिस्ट के माध्यम से शिक्षाधिकरी राजेश कंकाल ने बताई गई थी कि सिर्फ वसई विरार क्षेत्र में डेढ़ सौ के आसपास विद्यालय चल रहे है. जिसके पश्चात उस दौरान कुछ विद्यालयों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनके खिलाफ मामले दर्ज हुए थे. लेकिन बाद में इस कार्रवाई को रोक दिया गया. ऐसे में अब उद्यान के लिए आरक्षित जगह पर अवैधरूप से विद्यालय के निर्माण का मामला प्रकाश में आया है.
इस मामले में एमआरटीपी के तहत मामला दर्ज कराए जाने की बात वसई विरार मनपा अधिकारी द्वारा बताई जा रही है. इस वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते शिक्षा विभाग की ओर से वसई विरार में चलने वाले अवैध विद्यालयों की सूची जारी नहीं किया है. लेकिन वसई पूर्व के सातिवलि क्षेत्र स्थित उद्यान के लिए आरक्षित भूमि पर न्यू लाईफ एजुकेशन इंग्लिश स्कूल एंड जूनियर कॉलेज के अवैध निर्माण का मामला सामने आया है. ऐसे में वसई विरार मनपा द्वारा इस निर्माण को संरक्षण देते हुए सैकड़ों विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने जैसा है. इस दौरान नालासोपारा पूर्व के अचो ले के अग्रवाल नगरी सर्कल के समीप बविआ के पूर्व नगर सेवक सीताराम गुप्ता द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए (कचरा) डंपिंग ग्राउंड के लिए आरक्षित भूमि पर गुरुकुल नामक विद्यालय का अवैध निर्माण किया गया था. जिसको लेकर लगातार मिल रहे शिकायत के बाद बीते 14 जुलाई को इस चार मंजिले इमारत को जमींदोज कर दिया था. परन्तु सातिवलि क्षेत्र स्थित उद्यान के लिए आरक्षित भूमि पर न्यू लाईफ एजुकेशन इंग्लिश स्कूल एंड जूनियर कॉलेज के अवैध निर्माण को सिर्फ एमआरटीपी के तहत नोटिस जारी कर मनपा ने अपने हाथ खड़े कर लिए जाने का आरोप मनपा पर लग रहे है.