लाइसेंस खरीदी-विक्री को महापौर ने दी मंजूरी
मनपा की तिजोरी को हो रहा था लाखों का नुकसान
मुंबई: मनपा द्वारा अधिकृत फेरीवालों के लिए जारी किए गए लाइसेंस की अब पुनः खरीदी-विक्री की जा सकती है. इससे मनपा की तिजोरी में शुल्क के रूप में लाखों का फायदा होगा। लाइसेंसों की खरीदी विक्री करने का काम 2012 से बंद कर दिया गया था। जिसके चलते मनपा को बड़े पैमाने पर नुकसान उठाना पड़ता था लेकिन महापौर किशोरी पेंडणेकर ने कानून बनाकर दोबारा लाइसेंस की खरीदी विक्री करने का निर्देश दिया है।
महापौर पेंडेकर ने कहा कि लाइसेंसों की खरीदी-विक्री बंद किए जाने से मनपा को हर साल लाखों का नुकसान हो रहा था, जबकि फेरीवाले आपने लाइसेंस दूसरे को बेच रहे थे. यही नहीं लोग अपने लाइसेंस भाड़े पर भी दे रहे थे। लेकिन मनपा को इसका कोई फायदा नही मिल रहा था। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2012 के पहले तक फेरीवालों के लाइसेंस खरीदने और बेचने का कानून बना था। जिसके तहत मनपा लाइसेंस के हस्तानांतरण का शुल्क लेती थी।
महापौर ने सोमवार को मनपा के सह आयुक्त आनंद वघरालकर, लाइसेंस अधीक्षक शरद बांनडे के साथ हुई बैठक में फेरीवालों के लाइसेंस का खरीद विक्री का दोबारा शुरू करने का निर्देश दिया। इसके तहत जिनके पास डोमेसाइल सर्टिफिकेट है वही फेरीवालों ही लाइसेंस खरीद सकते हैं.