दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर युवक ही हत्या के मामले में कोर्ट ने आरोपी निहंग सरबजीत सिंह (Sarabjeet Singh) को 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. निहंग सिख सरबजीत ने कुंडली थाना पुलिस के सामने सरेंडर करके हत्या की वारदात को स्वीकार किया था. पुलिस ने आरोपी को सोनीपत के सिविल जज (जूनियर डिविजन) की कोर्ट में पेश करते हुए 14 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने सिर्फ 7 दिन की रिमांड मंजूर की है.
सिंघु बॉर्डर पर जिस तरह से दलित युवक लखबीर सिंह की बेरहमी से हत्या की गई इसको लेकर अब विरोध प्रदर्शन तेज होता जा रहा है. देश के 18 से ज्यादा दलित संगठन आज (शनिवार को) इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग को लेकर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (National Scheduled Cast Commission) के दफ्तर पहुंचे और ज्ञापन सौंपा.
दलित संगठनों ने सिंघु बॉर्डर पर दलित युवक की हत्या को लेकर राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग के चेयरमैन विजय सांपला से मुलाकात की. जिस तरह से सिंघु बॉर्डर पर एक दलित युवक की बर्बरता से हत्या की गई उसको लेकर दलित संगठनों में नाराजगी है. इसके अलावा सिंघु बॉर्डर हत्याकांड मामले में सीआईडी (CID) ने हरियाणा सरकार को रिपोर्ट सौंपी. सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन के लिए अभी भी करीब 225 निहंग सिख मौजूद है. उनके पास पारंपरिक हथियार हैं. निहंग सिख स्टेज सिंघु बॉर्डर के धरनास्थल पर मुख्य स्टेज पर मौजूद रहते हैं.
जान लें कि लखबीर सिंह के शव को उनके परिजन पंजाब के चीमा गांव लेकर गए हैं. तीन डॉक्टरों के बोर्ड ने लखबीर सिंह का पोस्टमार्टम किया. पुलिस सिक्योरिटी के साथ मृतक लखबीर सिंह के शव को उनके गांव भेजा गया है.
सिंघु बॉर्डर पर शुक्रवार को दलित युवक लखबीर सिंह की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. उसे किसान आंदोलन के मंच के पास मारा गया था. उसका एक हाथ काट कर शरीर से अलग कर दिया गया था. इसके अलावा उसका एक पैर भी काट दिया गया. इसके बाद लखबीर सिंह को उल्टा लटका दिया गया था.