दुनियाभर में कोविड ने एक बार फिर से हाहाकार मचाना शुरू कर दिया है. कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामलों में वापस से तेजी आने लगी है. चीन के साथ जापान, अर्जेंटीना, जापान, दक्षिण कोरिया, अमेरिका और ब्राजील जैसे देशों में भी केस बढ़ने लगे हैं. ओमिक्रोन का सब वेरिएंट बीएफ.7 चीन में तेजी से पैर पसार रहा है. भारत में भी इस नए वेरिएंट ने दस्तक दे दी है. जिसके बाद से भारत सरकार और तमाम राज्यों की सरकारें भी अलर्ट मोड पर आ गई हैं.
यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार भी कोरोना को लेकर अलर्ट मोड में आ गई है। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस संबंध में आला अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक गुरुवार को की। बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 के नए वेरिएंट को लेकर अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्चस्तरीय टीम-9 के साथ बैठक में कोरोना की मौजूदा स्थिति को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश दिए। अब सार्वजनिक स्थलों व बाजारों में सभी के लिए मास्क लगाना बेहद अनिवार्य हो गया है। अधिकारियों से भी कहा गया है कि इस संबंध में नियमों का सख्ती से पालन कराया जाना चाहिए।
हर पॉजिटिव केस की कराएं जीनोम सिक्वेंसिंग
सीएम योगी ने कहा कि कोविड की बदलती परिस्थितियों पर सूक्ष्मता से नजर रखी जाए। चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य विभाग बेहतर समन्वय के साथ तैयारी करें। राज्य स्तरीय स्वास्थ्य सलाहकार समिति के परामर्श के अनुसार आगे की नीति तय की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार से सतत संपर्क-संवाद बनाए रखें। कोविड के नए वैरिएंट पर सतत नजर रखी जाए। जो भी नए केस मिले, उनकी जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाए। दैनिक टेस्टिंग को बढ़ाया जाए। गंभीर, असाध्य रोग से ग्रस्त लोगों, बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतनी होगी।
कोविड टेस्टिंग और टीके की प्रीकाशन डोज को बढ़ाएं
कोविड प्रबंधन में इंटेग्रेटेड कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की उपयोगिता का हम सभी ने अनुभव किया है। गृह, स्वास्थ्य और नगर विकास विभाग परस्पर समंन्वय के साथ आइसीसीसी को फिर से एक्टिव करने की तैयारी करें। प्रधानमंत्री जी के मंत्र “जहां बीमार-वहीं उपचार” की भावना के अनुरूप ग्राम प्रधानों, एएनएम, आशा बहनों, आंगनबाड़ी कार्यकर्त्रियों का सहयोग लिया जाए। कोविड के खिलाफ अब तक की लड़ाई में इन लोगों ने बड़ी भूमिका निभाई है। इस वर्ग को पुनः एक्टिव करें। ताकि यह अपने क्षेत्रों में बीमार, कोविड लक्षण युक्त लोगों पर नजर रखें, जरूरत के अनुसार तत्काल अस्पताल/डॉक्टर की सेवाएं उपलब्ध कराएं।
फेस मास्क के लिए आमजन को करें जागरूक
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन में कोविड से बचाव के लिए ट्रेस, टेस्ट, ट्रीटमेंट और टीका की रणनीति सफल सिद्ध हुई है। संभव है आने वाले कुछ दिनों में नए केस में बढ़ोतरी हो, ऐसे में हमें अलर्ट रहना होगा। यह समय घबराने का नहीं, सतर्क और सावधान रहने का है। कोविड प्रोटोकाल का कड़ाई से पालन करना होगा। अस्पतालों, बस, रेलवे स्टेशन, बाजारों जैसे भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क लगाए जाने के लिए लोगों को जागरूक करें। पब्लिक एड्रेस सिस्टम को एक्टिव करें।
बिना डाक्टर की सलाह के दवा न लें, लक्षण दिखने पर जांच कराएं
सीएमओ ने कहा, सर्दी-खांसी या बुखार होने पर डाक्टर से सलाह लेने के बाद ही कोई दवा खाएं। बिना जानकारी के दवा खाने से नुकसान हो सकता है। अगर लक्षण दिखे तो तत्काल जांच कराएं। यह सोचकर बिल्कुल न बैठें कि यह सर्दी-खांसी या सामान्य वायरल है। उन्होंने कहा, अभी यूपी में एक भी मरीज नए वेरिएंट से संक्रमित नहीं पाया गया है। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। घर से मास्क लगाकर ही निकलें। भीड़ वाली जगह पर जाने से परहेज करें।