- कटारिया के निधन पर राज्य सरकार ने घोषित किया एक दिन राजकीय शोक
- कटारिया की मौत पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सहित तमाम ने जताया शोक
चंडीगढ़, 18 मई । अंबाला से सांसद और भूतपूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया का पूरे राजकीय सम्मान के साथ गुरुवार को यहां अंतिम संस्कार कर दिया गया। राज्य सरकार ने कटारिया के निधन पर एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। कटारिया के निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल सहित तमाम नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।
दरअसल, 72 वर्षीय रतनलाल कटारिया ने गुुरुवार तड़के 3.30 बजे पीजीआई चंडीगढ में अंतिम सांस ली। वे काफी समय से अस्वस्थ चल रहे थे। दोपहर बाद रतनलाल कटारिया की अंत्येष्टि पूरी राजकीय सम्मान के साथ की गई। उनके निधन पर राज्य सरकार ने एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अंबाला से सांसद और भूतपूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री रतन लाल कटारिया के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। परिवार को यह दुख: सहने की शक्ति प्रदान करने की कामना की। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. विरेंद्र कुमार के माध्यम से भेजे गए शोक संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि रतन लाल कटारिया को सार्वजनिक सेवा के लिए समृद्ध योगदान के लिए याद किया जाएगा।
कटारिया के निधन पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी उनके पंचकूला आवास पहुंचे और पार्थिव शरीर पर श्रद्धांजलि दी। इस दुख की घड़ी में उन्होंने परिवारजनों का ढांढस बंधाया। मुख्यमंत्री के साथ हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता भी उपस्थित थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री लाल ने पत्रकारों से कहा कि रतनलाल कटारिया के निधन से हरियाणा की राजनीति में काफी रिक्तता आई है। कटारिया भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष रहे हैं। इसके अलावा वे हरियाणा विधानसभा में रादौर से सदस्य एवं मुख्य संसदीय सचिव और केंद्र में मंत्री भी रहे हैं। कटारिया ने तीन बार अंबाला लोकसभा का प्रतिनिधित्व किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके निधन से पार्टी को भारी क्षति हुई है।
कटारिया के साथ के अपने अनुभव सांझा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें पार्टी के संगठन महामंत्री होने के नाते उनके साथ तीन साल तक काम करने का अवसर मिला। वे हंसमुख प्रवृति के और मृदु भाषी थे। अपने राजनीतिक जीवन में उन्होंने किसी भी व्यक्ति को आहत नहीं किया। उनका अपने विचारों को गानों की तर्ज पर प्रस्तुत करने के अंदाज से विपक्ष के लोग भी कायल थे। उनका यह अद्भुत गुण हम सबको बहुत पसंद आता था। मनोहर लाल ने कहा कि रतनलाल कटारिया गरीब परिवार से संबंध रखते थे और अपनी मेहनत के बल पर उन्होंने केंद्रीय मंत्री तक का सफर तय किया।