जयपुर, 20 अप्रैल । राजस्थान में लोकसभा चुनाव के पहले चरण को लेकर शुक्रवार को मतदान हो चुका है। राजनीतिक दल अपने-अपने हिसाब से मतदान के इन आंकड़ों का विश्लेषण कर रहे हैं। वर्ष 2019 के मुकाबले इस बार इन 12 सीटों पर मतदान का फीसदी 6.15 फीसदी कम रहा है। इन्हीं 12 सीटों पर 2019 में 64.02 फीसदी मतदान हुआ था, जो इस बार 57.88 फीसदी रहा है।
राजस्थान के पहले चरण के चुनाव में कुल 57.88 फीसदी मतदान में से 57.26 ईवीएम और 0.62 फीसदी पोस्टल बैलेट से हुआ है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता का कहना है कि मतदान फीसदी घटने के अलग-अलग कारण हो सकते हैं। एक तो सुबह और शाम के समय मतदाताओं ने मतदान किया। मतदाताओं को जागरूक करने के प्रयास किए गए थे। इस बार मतदाताओं के लिए नए नवाचार भी किए गए थे। मतदान फीसदी बढ़ाने की पूरी कोशिश की गई थी।
आंकड़ों का विश्लेषण करने पर साफ होता है कि श्रीगंगानगर सीट पर इस बार 65.64 फीसदी मतदान हुआ है, जो 2019 में 74.77 फीसदी था। यहां 2019 के मुकाबले 8.51 फीसदी की कमी आई है। बीकानेर सीट पर 53.96 मतदान हुआ जबकि 2019 में यहां 59.43 फीसदी मतदान हुआ था। इस बार यहां 5.02 फीसदी की कमी आई है। चूरू सीट पर 62.98 फीसदी मतदान हुआ है जबकि 2019 में यहां 65.90 फीसदी फीसदी वोटिंग हुई थी। इस बार यहां 2.32 फीसदी की कमी आई है। झुंझुनूं सीट पर 52.29 फीसदी हुआ है जबकि 2019 में यहां 62.11 फीसदी वोटिंग हुई थी। इस बार यहां 9.14 फीसदी की गिरावट आई है। सीकर सीट पर इस बार 57.28 फीसदी वोटिंग हुई है, जो 2019 के मुकाबले 7 फीसदी कम है। 2019 में यहां 65.18 फीसदी वोटिंग हुई थी।
इसी तरह जयपुर ग्रामीण सीट पर 56.58 फीसदी वोटिंग हुई है, जो 2019 के मुकाबले 8.02 फीसदी कम है। 2019 में यहां 65.54 फीसदी वोट पड़े थे। जयपुर सीट पर 62.87 फीसदी वोटिंग हुई थी जबकि, 2019 में 68.48 फीसदी मतदान हुआ। यहां इस बार 5 फीसदी मतदान कम हुआ है। अलवर सीट पर 59.79 वोटिंग हुई, जो 2019 के मुकाबले 6.84 फीसदी कम है। 2019 में यहां 67.17 फीसदी मतदान हुआ था। भरतपुर में 52.69 मतदान रहा जबकि 2019 में 59.11फीसदी वोट पड़े। इस बार यहां 5.80 फीसदी की गिरावट आई। करौली-धौलपुर में 49.29 फीसदी वोटिंग हुई, जो 2019 में 55.18 फीसदी थी। यहां 5.47 फीसदी की गिरावट आई। दौसा में 55.21 फीसदी वोटिंग हुई, जो 2019 के चुनावों में 61.50 फीसदी थी। यहां 5.63 फीसदी की गिरावट आई है। इसी प्रकार नागौर लोकसभा सीट पर 57.01 फीसदी वोटिंग हुई है, जो 2019 में 62.32 फीसदी थी। यहां 4.95 फीसदी की गिरावट आई है।