लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (Sanyukt Kisan Morcha) और सख्त हो गया है.
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में कार्रवाई से असंतुष्ट संयुक्त किसान मोर्चा ने आज दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया और इस दौरान योगेंद्र यादव ने कहा कि दशहरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के पुतले जलाए जाएंगे. इसके बाद 18 अक्टूबर को ट्रेन रोकेंगे.
संयुक्त किसान मोर्चा ने लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में 18 अक्टूबर को ‘रेल रोको’ (Rail Roko) का आह्वान किया है. योगेंद्र यादव (Yogendra Yadav) ने कहा कि किसान बड़ा प्रदर्शन करने जा रहे हैं. लखीमपुर खीरी मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा (Ajay Mishra) के बेटे पर किसानों पर थार जीप चढ़ाने का आरोप है. इसमें पांच किसानों की मौत हो गई थी. इससे यूपी सहित देश में सियासी उबाल आ गया.
संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा और उनके बेटे आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी की मांग की है. साथ ही अजय मिश्रा को कैबिनेट से हटाने की भी मांग की. संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि 12 अक्टूबर को देशभर के किसान लखीमपुर खीरी पहुंचेंगे. इसके साथ ही किसान लखनऊ में महापंचायत भी करेंगे.
– योगेंद्र यादव ने कहा कि पहला कार्यक्रम के तहत 12 तारीख़ को किसानों और पत्रकार, जो शहीद हुए हैं उनके लिए हम लखीमपुर के तिकोनिया में अंतिम अरदास करेंगे.
– देशभर के किसान 12 तारीख़ को लखीमपुर पहुंचेगे. हम पूरे देश के नागरिकों से अपील करते हैं कि शाम 8 बजे अपने घरों पर मोमबत्ती जलाएं.
– यादव ने कहा कि 15 अक्टूबर को दशहरा है सभी किसान प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह का पुतला दहन करेंगे. 18 को रेल रोकेंगे.
– 26 तारीख को लखनऊ में बहुत बड़ी महापंचायत करेंगे.
किसान नेता जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि हमारा आंदोलन पूरी तरह से शांतिपूर्ण चल रहा है. हमें खालिस्तानी कहा गया. आतंकवादी कहा गया, लेकिन 3 महीने से बीजेपी सरकार हिंसा पर उतर आई है. खट्टर का बयान सुनिए , करनाल में किसानों की पिटाई की, पर हम हिंसा बिल्कुल नहीं करेंगे. हम सहेंगे और संघर्ष करते रहेंगे. हमारी मांग है कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा और उनके बेटे आशीष को गिरफ्तार किया जाए.
किसान नेता दर्शन पाल ने कहा कि अजय मिश्रा के बेटे ने किसानों पर थार जीप से हमला किया. अजय मिश्रा ने आतंक का माहौल बनाने की कोशिश की. लखीमपुर खीरी घटना पहले से रची गई साजिश का हिस्सा है. उन्होंने (हमलावरों) ने किसानों को आतंकित करने की कोशिश की.