कर्नाटक में हिजाब को लेकर विवाद रोज नया मोड लेता जा रहा है. अब एक इंग्लिश लेक्चरर (English Lecturer) ने यह कहते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है कि बिना हिजाब के पढ़ाना उन्हें ठीक नहीं लग रहा. जैन पीयू कॉलेज की लेक्चरर ने कहा है कि हिजाब उतारकर पढ़ाने से उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंची है और वो अच्छा महसूस नहीं कर रही हैं. इसलिए उन्होंने इस्तीफा दे दिया है.
हिजाब पर विवाद के कारण तुमकुर के प्री यूनिवर्सिटी कॉलेज में चांदनी नामक अतिथि व्याख्याता ने इस्तीफा दे दिया है. वह हिजाब पहनकर कॉलेज जा रही थी. अब, हालांकि, हिजाब विवाद के कारण इस्तीफा दे दिया है.
हिजाब विवाद का मामला फिलहाल हाईकोर्ट में है और स्कूलों में हिजाब सहित किसी भी तरह की धार्मिक पोशाक या वस्त्र पहनने की इजाजत नहीं है. उच्च न्यायालय के अंतरिम आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए स्कूल-कॉलेज के अधिकारी परिसर में प्रवेश देने से पहले ही सभी छात्र-छात्राओं से हिजाब, बुर्का और भगवा गमछे आदि उतरवा रहे हैं. शिक्षक भी दायरे में शामिल हैं.
हाईकोर्ट का अंतरिम आदेश तब तक प्रभावी रहेगा जब तक अदालत हिजाब प्रतिबंध के खिलाफ दायर याचिकाओं पर अपना अंतिम फैसला नहीं सुनाती. विवाद को देखते हुए बेंगलुरु में 28 फरवरी तक धारा 144 लागू की गई है.
बता दें कि उडुपी से हिजाब विवाद शुरू हुआ था. उसके बाद से देश के अलग-अलग हिस्सों में हिजाब के समर्थन और विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं. पांच राज्यों में चल रहे विधानसभा चुनाव की वजह से मुद्दा और गरमा गया है.