लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को हराने के लिए बेंगलुरु में विपक्षी दलों की दूसरी बैठक आज से शुरू हो गई। सोनिया गांधी सहित 26 विपक्षी पार्टियों के शीर्ष नेता, एकता बैठक में शिरकत कर रहे हैं। ये सभी नेता 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को टक्कर देने की पुख्ता रणनीति तैयार करेंगे।
इस बैठक में विपक्षी दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर किसी फॉर्मूले पर सहमति बन सकती है। इससे पहले पटना में हुई विपक्षी दलों की पहली बैठक में करीब डेढ़ दर्जन पार्टियों के नेता ही पहुंचे थे। पहले यह बैठक, 13 और 14 जुलाई को शिमला में होनी थी, लेकिन बाद में इसे 17 और 18 जुलाई को बेंगलुरु में शिफ्ट कर दिया गया।
मीटिंग के एजेंडे में तीन मुद्दों पर चर्चा हो सकती है
विपक्षी दलों की इस मीटिंग के एजेंडे में तीन मुख्य मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। लोकसभा चुनाव में विपक्ष की एकजुटता, सीट शेयरिंग और UPA का नया नाम। इसके अलावा, यूनिफॉर्म सिविल कोड, मणिपुर हिंसा, 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव के साथ ही भाजपा की पार्टियों को तोड़ने की स्ट्रैटजी और उसके काउंटर प्लान पर भी चर्चा होगी। इस बैठक से तेलंगाना CM के चंद्रशेखर राव, आंध्र प्रदेश के CM जगन मोहन रेड्डी, आंध्र के पूर्व CM चंद्रबाबू नायडू और ओडिशा के CM नवीन पटनायक ने दूरी बना रखी है।
दिल्ली के अशोका होटल में NDA की भी मीटिंग
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 18 जुलाई को दिल्ली के अशोका होटल में NDA की मीटिंग बुलाई है। बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। NDA की बैठक पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मुझे ताज्जुब है कि मोदी जी ने राज्यसभा में कहा था कि मैं सभी विपक्षियों पर अकेला भारी हूं। अगर वो सभी विपक्षियों पर अकेले भारी हैं तो वो NDA की मीटिंग में 30 पार्टियों को क्यों बुला रहे हैं। वे हमारी मीटिंग से घबरा गए हैं।