मनपा ने माफ़ किया, ठेकेदार ने वसूल किया
‘पे एंड पार्क’ में वाहन मालिकों से जबरन वसूली
मुंबई- वैश्विक महामारी कोरोना काल में लगभग चार महीने तक ठप्प रहने वाली मुंबई में सभी प्रकार के काम काज ठप्प हो गए थे। मुंबई मनपा द्वारा इसको ध्यान में रखते हुए पीपीपी मॉडल पर बनाए गए पे एंड पार्क के ठेकेदारों को नुकसान से राहत देने के लिए छूट देने का निर्णय लिया है. इसके तहत पे एंड पार्क ठेकेदारों से 23 मार्च से 30 जुलाई तक पूरी तरह पार्किंग शुल्क नही लिया जाएगा।जबकि उसके बाद के तीन महीने (अगस्त से अक्टूबर) तक का शुल्क 50 प्रतिशत लेने का निर्णय लिया है। लेकिन पे पार्क के ठेकेदार वाहन मालिकों को कोई छूट नहीं दे रहे हैं, बल्कि जबरन वसूली करने पर तुले हुए हैं. मनपा प्रशासन ने पीपीपी मॉडल से तैयार किए गए पे एंड पार्किंग को निविदा द्वारा भाड़े पर दिया है। जिसमें खड़ी होने वाली वाहनों से ठेकेदार शुल्क वसूलता है। पे एंड पार्क ठेकेदार 200 प्रति दिन के हिसाब से वाहनों से पार्किंग शुल्क वसूल रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि मुंबई में पीपीपी मॉडल पर तैयार किए गए कुल 28 पे एंड पार्किंग के ठेके दिए गए हैं। यह पीपीपी पार्किंग मनपा को बिल्डरों को मुफ्त एफएसआई देने पर मिली हुई है। लेकिन ठेकेदार वाहन मालिकों से लॉकडाउन के दौरान का भी किराया जबरन वसूल रहे हैं. ऐसा ही मामला वर्ली स्थित रहेजा पे एंड पार्क स्थल का सामने आया है जहां कोरोना काल में खड़े किए वाहन मालिक से 33 हजार 5 रुपए शुल्क लेकर गाड़ी रिलीज की गयी है. भुक्तभोगी ने बताया कि कोरोना काल में काम धंधा बंद होने से मैंने शुल्क माफ़ी को लेकर ठेकेदार से लेकर मनपा वार्ड तक चक्कर लगाया लेकिन ठेकेदार ने बिना पैसा लिए गाड़ी नहीं छोड़ी।