पैगंबर पर विवादित टिप्पणी के बाद बीजेपी से निलंबित नूपुर शर्मा को पिछले 5 दिनों से मुंबई पुलिस ढूंढ रही है, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल रहा है। शर्मा को गिरफ्तार करने के लिए मुंबई पुलिस की एक टीम दिल्ली में है। महाराष्ट्र सरकार के सूत्रों के मुताबिक, पुलिस के पास नूपुर शर्मा के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। वहीं, नूपुर की गिरफ्तारी के लिए मुंबई पुलिस की टीम पिछले 5 दिनों से दिल्ली में है.
दरअसल इससे पहले शर्मा को उनके ई-मेल पर पुलिस ने समन भेजा था। लेकिन पुलिस अब उन्हें फिजिकल कॉपी देने दिल्ली पहुंची है। मुंबई की पायधूनी पुलिस ने नूपुर को 25 जून को 11 बजे बयान दर्ज कराने के लिए मौजूद रहने के लिए कहा है। पुलिस ने यह एफआईआर रजा अकादमी की शिकायत के बाद शर्मा के विरुद्ध दर्ज की है।इसके अलावा शर्मा के खिलाफ ठाणे पुलिस में भी शिकायत दर्ज है।
नूपुर शर्मा ने टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी की थी और उसके बाद अगले ही दिन मुंबई पुलिस ने भिवंडी पुलिस स्टेशन में इस मामले में केस दर्ज किया था। यह केस रजा अकादमी के जॉइंट सेक्रेटरी इरफान शेख ने दर्ज कराया था।
मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय पांडे ने बताया कि 29 मई की रात को नूपुर शर्मा के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। नूपुर शर्मा के खिलाफ आईपीसी की धारा 295A के तहत केस दर्ज किया गया है। इसके तहत उन पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया गया है। इसके अलावा दो समूहों के बीच दुश्मनी बढ़ाने के आरोपों में सेक्शन 153A के तहत केस दर्ज है।
पैगंबर पर विवादित बयान के बाद भाजपा ने प्रवक्ता नूपुर शर्मा को पार्टी से 6 साल के लिए निलंबित कर दिया था। भाजपा ने इस मामले में कहा था कि हम सभी धर्मों और उनके पूज्यों का सम्मान करते हैं। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने एक लेटर जारी कर कहा था कि बीजेपी सभी धर्मों का सम्मान करने वाली पार्टी है। इसके बाद खुद नूपुर ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी कर कहा था- मेरी मंशा किसी को दुख पहुंचाने की नहीं थी। मैं अपने शब्द वापिस लेती हूं।
क्या है मामला
एक टीवी डिबेट के दौरान उन्होंने पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी कर दी थी। उनके बयान का असर भारत समेत दुनिया के कई देशों में देखा गया था। कतर, पाकिस्तान, ईरान, इराक समेत कम से कम 14 देशों ने नाराजगी जाहिर की थी। हालांकि, पार्टी ने इस पर कार्रवाई की और शर्मा को निलंबित कर दिया