कुर्ला पश्चिम एल वॉर्ड कार्यालय से महज चंद मीटर की दूरी पर आधा-अंधूरा बनाया गया सीमेंट की वह सड़क है जिसने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। आए दिन हो रहे हादसें से यहां के लोग तंग आ गए हैं। आने-जाने वाले राहगीरों और वाहनों को आगे-पीछे कौन की गाड़ी ठोक दे, पता नहीं। लोगों की परेशानियों से इस क्षेत्र के जनप्रनिधियों पर जैसे कोई असर नहीं पड़ रहा है, जबकि मुंबई महानगरपालिका ने लोगों की समस्याओं से आंखे मूंद ली है। कुर्ला पश्चिम श्रीकृष्ण चौक से एलबीएस मार्ग की ओर जैसे ही आगे बढ़ेंगे, ध्यान नहीं दिए तो हादसे के शिकार हो जाएंगे।
एलबीएस मार्ग की ओर जाने पर पहले ढलान का सामना करना पड़ेगा। उसके आगे केलूस्कर मार्ग का टी सर्कल आता है जहां सड़क की ऊंचाई और गहराई से आए दिन सड़क हादसे होते हैं। कारण यह है कि एक तरफ की सड़क सीमेंट मार्ग काफी उंचाई पर है, जबकि उसी से जुड़ा डामर का मार्ग काफी नीचे (खलार) पर है जिससे मार्ग इमबैलेंस है। बरसात के दिनों में फिसलन से भी परेशानी होती है। हांलाकि, इस मसस्या की ओर बीएमसी प्रशासन और यहां के जनप्रतिनिधियों का बार-बार ध्यान खींचा गया है, लेकिन ऐ ऐसे व्यवहार करते हैं कि इनता कुछ लेना देना नहीं है। लोग हादसे का शकार बने, भला उनसे क्या ?