माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या का मामला पुलिस के गले की फांस बनता जा रहा है. पुलिस अभिरक्षा में अतीक और उसके भाई की हत्या को लेकर पुलिस की कार्रवाई पर कई सवाल उठ रहे हैं. अब गृह विभाग ने मामले को संज्ञान में लिया है. गृह विभाग ने तीन सदस्यों की टीम गठित की है. टीम को दो महीने के भीतर जांच रिपोर्ट सबमिट करने का आदेश दिया है.तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग दो महीने के भीतर अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या की जांच करेगा और रिपोर्ट उत्तर प्रदेश सरकार को सौंपेगा.
प्रयागराज जिले में हुई पूरी घटना की विस्तृत जांच के लिए 15 अप्रैल को गृह विभाग द्वारा जांच आयोग अधिनियम 1952 के तहत एक न्यायिक आयोग का गठन किया गया. इसके लिए गृह विभाग की ओर से औपचारिक आदेश जारी कर दिए गए हैं.तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग दो महीने के भीतर पूरे प्रकरण की जांच करेगा और सरकार को रिपोर्ट सौंपेगा. तीन सदस्यीय आयोग इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश अरविंद कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में काम करेगा.सुबेश कुमार सिंह, आईपीएस सेवानिवृत्त डीजीपी उत्तर प्रदेश और बृजेश कुमार सोनी सेवानिवृत्त जिला न्यायाधीश उत्तर प्रदेश आयोग के अन्य दो सदस्य होंगे.