उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. यहां पबजी गेम के आदी नाबालिग बेटे ने मां साधना सिंह (40) की गोली मारकर हत्या कर दी. उसके शव के साथ दो दिन व तीन रात तक घर में रहा. वहीं छोटी बहन को धमकी दी कि अगर पुलिस या किसी को बताया तो उसे भी मार देगा.
शव से दुर्गंध उठने पर बेटे ने ही सोमवार देर रात पिता को जानकारी दी. पिता की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव बरामद किया. फोरेंसिक टीम ने जांच के लिए घटनास्थल का मुआयना किया. बच्चों से पूछताछ हुई तो पता चला कि पबजी गेम खेलने से मना करने पर बेटे ने ही गोली मारी.
इस घटना की जानकारी देते हुए पुलिस अधिकारी ने बताया कि 16 वर्षीय लड़के को मां ने गेम खेलने से रोका था. जिसके बाद लड़के ने अपनी मां की गोली मारकर हत्या कर दी. कहा जा रहा है कि लड़का गेम खेलने का आदी था.
पूर्वी लखनऊ के एडीसीपी कासिम आबिदी ने मंगलवार को कहा, “पबजी गेम खेलने से रोकने के बाद नाबालिग लड़के ने अपनी मां को गोली मार दी. जिससे उनकी मौत हो गई.”
पुलिस ने कहा, “प्रारंभिक जांच से पता चला है कि लड़का गेम खेलने का आदी था और उसकी मां उसे गेम खेलने से रोकती थी, जिसके कारण उसने अपने पिता की पिस्तौल से इस घटना को अंजाम दिया. एडीसीपी ने आगे बताया कि लड़के ने “किसी इलेक्ट्रीशियन के बारे में एक फर्जी कहानी सुनाकर” जांच के दौरान पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की.
पुलिस के मुताबिक पति सेना में सुबेदार मेजर (जेसीओ) के पद पर आसनसोल में तैनात है. मूलरुप से वाराणसी के रहने वाले नवीन सिंह सेना में सुबेदार मेजर (जेसीओ) के पद पर तैनात है. वर्तमान में उनकी तैनाती पश्चिम बंगाल के आसनसोल में हैं. वह परिवार के साथ पीजीआई के पंचमखेड़ा स्थित जमुनापुरम कालोनी में रहते हैं.
पत्नी साधना सिंह अपने 16 वर्षीय बेटे तथा 10 वर्षीय बेटी के साथ लखनऊ में रहती थीं. एसीपी कैंट के मुताबिक मंगलवार रात करीब नौ बजे नवीन सिंह ने फोन कर पत्नी की हत्या और बच्चों को बंधक बनाए जाने की सूचना दी. पुलिस ने बेटा और बेटी से पूछताछ की तो बेटे ने हत्या की बात स्वीकर कर ली.
घर में मां की लाश पड़ी थी और बेटे ने दोस्तों को बुलाकर पार्टी की. उसे अपने किए पर न कोई पछतावा था और न कोई खौफ. दोस्तों को खुद फोन कर घर बुलाया. ऑनलाइन खाना मंगाया और पबजी गेम खेला। यह खुलासा पुलिस की पूछताछ में हुआ है.
बहन ने खोली पोल
एडीसीपी कासिम अब्बास ने बताया कि घटना की सूचना पर पुलिस पहुंची तो बच्चों ने बताया कि आकाश इलेक्ट्रीशियन छत के रास्ते आया था. इलेक्ट्रीशियन का नाम इसलिए जानते हैं कि दो दिन पहले वह बिजली ठीक करने आया था. आकाश ने रविवार को गोली मार कर कमरे में बंद कर दिया था. किसी तरह दूसरे दिन मुक्त हुए तो पिता को फोन पर सूचना दी. पुलिस ने बेटे, बेटी से पूछताछ की तो दूसरी कहानी निकली. बेटी ने पूरी कहानी बयां कर दी. बताया कि भाई ने ही गोली मारी थी. एडीसीपी के मुताबिक शनिवार की रात मां की हत्या के बाद बेटे ने बाहर से कमरे में ताला लगा दिया था. छोटी बहन को धमकी देकर पहले ही चुप करा दिया था. कमरे में मां का शव पड़े होने के बाद भी बेटे ने दोस्तों को फोन कर घर बुलाया था. ऑनलाइन एप से खाना मांगाया. दोस्तों के साथ पार्टी की. गाने बजाए. कुछ देर दोस्तों संग बाहर खेलने भी गया.
दस हजार गायब होने पर मां ने की थी पिटाई
पूछताछ में बेटे ने बताया कि शनिवार को मां दस हजार रुपये कमरे में रख कर भूल गई थी. मैंने रुपये नहीं लिए थे. फिर मुझे पीटा गया था. कुछ देर बाद मां को रुपये मिल गए थे. मैं गुस्से में था. रात करीब दो बजे मैं पापा की पिस्टल लेकर मां के कमरे में पहुंचा. जहां सिर में गोली मार कर मां की हत्या कर दी थी. बेटे की कहानी सुनकर पुलिस भी दंग रह गई.
मां संग सो रही थी तभी भैया ने चलाई थी गोली
साधना की दस वर्षीय बेटी ने पुलिस को बताया है कि वह शनिवार रात मां के साथ सो रही थी. तभी गोली चलने की आवाज सुनाई पड़ी थी. वह झटके से उठ कर बैठ गई थी. सामने भैया हाथ में पिस्टल लेकर खड़े थे. बेड पर मां खून से लथपथ थी. भैया मुझे गोदी में लेकर दूसरे कमरे में ले गए. धमकाया था कि किसी को घटना के बारे में बताया तो तुम्हें भी मार दूंगा. दो दिन तक वह रोती रही. जब बदबू के कारण घर में रहना मुश्किल हो गया तब भैया ने पापा को बताया.