नई दिल्ली, 06 जून । नार्कोटिक्स नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) ने नशीले पदार्थ एलएसडी (लिसेर्जिक एसिड डायथाइलैमाइड) की अबतक की सबसे बड़ी जप्ती की है। इस संबंध में ब्यूरो ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। यह डार्क वेब के जरिए इसकी सप्लाई किया करते थे।
एलएसडी एक सिंथेटिक रसायन आधारित दवा है और इसे मतिभ्रम के रूप में वर्गीकृत किया गया है। एनसीबी ने 15 हजार एलएसडी बरामद की है। यह वाणिज्यिक मात्रा से 2500 गुना है। नारकोटिक ड्रग्स और साइकोट्रोपिक पदार्थों के संबंध में ‘वाणिज्यिक मात्रा’ का मतलब आधिकारिक राजपत्र में अधिसूचना द्वारा केंद्र सरकार द्वारा निर्दिष्ट मात्रा से अधिक मात्रा है।
ब्यूरो में उप महानिदेशक (उत्तरी रेंज) ज्ञानेश्वर सिंह ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह पेन इंडिया चलने वाला नेटवर्क था। इसके तार विदेशों से जुड़े थे। यह लोग कुरियर के माध्यम से इसकी सप्लाई किया करते थे। गिरफ्तार ज्यादातर युवा और छात्र हैं।
उन्होंने बताया कि खरीद फरोख्त डॉर्क नेट के माध्यम से होती थी। डॉर्क नेट इंटरनेट से जुड़ी वे साइट्स हैं जिन्हें कोई सर्च इंजन पकड़ नहीं पाता। इसके चलते यह छिपी रहती हैं। इसके अलावा खरीद फरोख्त में क्रिप्टो करंसी का इस्तेमाल होता था।
सिंह ने बताया कि यह अबतक का सबसे बड़ा जप्ती है। इसके साथ ही 2.5 किलो मारिजुआना, 4.65 लाख रुपये नकद और 20 लाख रुपये बैंक अकाउंट में जप्त किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इससे पहले होने वाली अधिकतम जप्ती 5 हजार थी।