सागर धनखड़ हत्याकांड (Sagar Dhankar Murder Case) के आरोपी पहलवान सुशील कुमार (Wrestler Sushil Kumar) को आज सुबह मंडोली जेल से तिहाड़ जेल ( Tihar Jail) में शिफ्ट कर दिया गया है. सुशील कुमार अब तिहाड़ जेल की जेल नंबर 2 में रहेगा. शिफ्टिंग को लेकर तिहाड़ जेल प्रशासन का कहना है कि यह रूटीन प्रक्रिया है. सूत्रों की मानें तो सुरक्षा कारणों से सुशील को शिफ्ट किया गया है. माना जा रहा है कि यह शिफ्टिंग गैंगस्टर काला जठेड़ी (Gangster Kala Jathedi) के चलते हुई है.
बता दें कि जब दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में सागर धनखड़ को पीटा गया था तब उसके साथ सोनू महाल को भी मारा गया था. सोनू इस पूरे मामले का चश्मदीद गवाह है और वह काला जठेड़ी उर्फ संदीप काले का भांजा भी है.
कौन है काला जठेड़ी?
गैंगस्टर काला जठेड़ी (Gangster Kala Jathedi) का नाम अपराध की दुनिया में काफी मशहूर है. सूत्रों के अनुसार वह विदेश में बैठे-बैठे दिल्ली-हरियाणा उत्तराखंड में वह वारदातों को अंजाम देता है. इससे पहले भी दिल्ली हरियाणा उत्तराखंड की कई वारदातों में काला जठेड़ी का नाम सामने आ चुका है. फिलहाल कहा जा रहा है कि वह दुबई के किसी ठिकाने पर मौजूद है. लॉरेंस विश्नोई गैंग को भी इन दिनों वही चला रहा है. काला और विश्नोई को करीब लाने वाला कपिल सांगवान भी लंदन में बैठकर गैंग चला रहा है.
बताया जा रहा है कि काला जठेड़ी उर्फ संदीप काले ने हरियाणा के सोनीपत से 12वीं तक की पढाई की. उसके बाद वह केबल ऑपरेटर का काम करता था. इसके बाद रोहतक में एक लूट के दौरान उसने हत्या को अंजाम दिया और फिर वह जुर्म की दुनिया में एक के बाद एक अपराध करता गया. वह विदेश में बैठकर अपने गुर्गों से यहां अपराधों को अंजाम दिलवाता है.
कोर्ट ने सुशील की अर्जी की खारिज
बता दें कि आरोपी सुशील कुमार (Sushil Kumar) ने इससे पहले कोर्ट में अर्जी देकर जेल के अंदर खास भोजन और एक्सरसाइज करने का सामान मुहैया कराने की मांग की थी. सुशील ने रोहिणी की कोर्ट में अर्जी दायर की थी कि उन्हें प्रोटीन युक्त डाइट, कसरत का सामान जेल में ही दिया जाए, क्योंकि वह पहलवानी में अपना करियर जारी रखना चाहते हैं. उन्होंने कहा था कि व्हे प्रोटीन, ज्वाइंटमेंट कैप्सूल, प्री वर्कआउट सी 4, ओमेगा 3 कैप्सूल और मल्टीविटामिन जीएनसी समेत सुविधाएं मुहैया करवाई जाएं. कोर्ट ने इस अर्जी को खारिज करते हुए कहा था कि ये विशेष भोजन और पूरक आहार आरोपी की इच्छाएं हैं, आवश्यक जरूरतें नहीं.