मुंबई में दरिंदगी का शिकार हुए 30 वर्षीय बलात्कार पीड़िता की शनिवार सुबह मौत हो गई. इस वारदात ने हर किसी को झकझोर दिया है. यह घटना देश की राजधानी दिल्ली में 2012 के ‘निर्भया’ कांड की याद दिला दी है. इस घटना को लेकर पूरे देश में गुस्सा और आक्रोश है, वहीँ सोशल मीडिया पर लोग आरोपी को फांसी देने की मांग कर रहे है. इस घटना के 48 घंटे बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की प्रतिक्रिया आई है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने साकीनाका रेप केस का ट्रायल फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराने का आदेश दिया है. सीएम ठाकरे ने कहा, मुंबई के साकीनाका क्षेत्र में एक महिला के साथ बलात्कार और उसके बाद उसकी मौत मानवता का बड़ा अपमान है. इसके दोषी को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी. शनिवार को पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में सीएम उद्धव ठाकरे ने इस मामले पर एक महीने के अंदर चार्जशीट दाखिल करने के निर्देश दिए हैं.
अधिकारियों के साथ बैठक में उद्धव ठाकरे ने कहा, मुम्बई शहर को सुरक्षित शहर के रूप में देखा जाता है ये छवि खराब न हो इसीलिए पुलिस को और ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है. सीएम ने पुलिस अधिकारियों को शहर में पेट्रोलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि हर पुलिस स्टेशन में महिला अधिकारियों का समावेश होने वाले निर्भया पथक ने महिलाओं के लिए असुरक्षित ऐसे हॉटस्पॉट्स निश्चित की जाए. पुलिस अधिकारियों को निर्देश देते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से रास्ते पर रहने वाली अकेली महिलाओं को किसी सुरक्षित जगह पर रखा जाए.
मुंबई के उपनगरीय इलाके साकीनाका में दुष्कर्म और प्राइवेट पार्ट में लोहे की राड डालने की वीभत्सता का शिकार बनी महिला ने यहां नगरपालिका के एक अस्पताल में इलाज के दौरान शनिवार तड़के दम तोड़ दिया. एक अधिकारी ने बताया कि महिला के निजी अंगों में गंभीर चोटें आई थीं और हादसे में उसका बहुत खून बह गया था. वह शुक्रवार तड़के से राजावाड़ी अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रही थी. उन्होंने बताया कि महिला से दुष्कर्म और लोहे की राड से निर्ममता से हमला करने के बाद आरोपित ने उस पर चाकू से भी वार किया. महिला की स्थिति काफी गंभीर थी. वह वेंटिलेटर पर थी. शनिवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. साकीनाका की यह घटना देश की राजधानी दिल्ली में 2012 के ‘निर्भया’ कांड की याद दिलाती है.