- फॉरेंसिक टीम ने की छानबीन, जांच के बाद ही फायरिंग के सही कारणों का पता चलेगा
- फायरिंग करने वाले आरपीएफ कांस्टेबल सहित रेलवे कर्मियों से की गई गहन पूछताछ
मुंबई, 31 जुलाई । जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस में आरपीएफ कांस्टेबल की गोलीबारी में चार लोगों की मौत होने के मामले की उच्चस्तरीय जांच की जाएगी। फिलहाल फॉरेंसिक टीम ने मौके पर छानबीन की है। पश्चिम रेलवे के आरपीएफ आयुक्त प्रवीण सिन्हा ने इस घटना को बहुत ही गंभीर बताते हुए कहा है कि इस मामले में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, जांच के बाद ही फायरिंग के सही कारणों का पता चल सकेगा।
पश्चिम रेलवे के आरपीएफ आयुक्त प्रवीण सिन्हा ने बताया कि जयपुर से मुंबई जा रही ट्रेन में सोमवार को महाराष्ट्र के पालघर स्टेशन के पास हुई फायरिंग मामले की उच्चस्तरीय जांच की जाएगी। इस घटना में एक सहायक सब इंस्पेक्टर टीकाराम मीना सहित चार लोगों की मौत हो गई है। आरोपित आरपीएफ कांस्टेबल चेतन सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। पश्चिम रेलवे के डीआरएम नीरज वर्मा ने बताया कि इस घटना में एक पुलिस कर्मी सहित तीन अन्य यात्रियों की मौत हुई है। घटना की जांच जारी है। इस घटना में सभी मृतकों को रेलवे नियम के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा।
दरअसल, जयपुर-मुंबई एक्सप्रेस में आरपीएफ कांस्टेबल चेतन सिंह ने सोमवार को तड़के पालघर रेलवे स्टेशन से निकलने के बाद चलती ट्रेन में फायरिंग शुरू कर दी। उसने अपनी सर्विस रिवाल्वर से कुल तीन जगह 12 राउंड फायर किए। इनमें बी-5 कोच में दो, ट्रेन की पैंट्री कार में एक और एस-6 कोच में एक व्यक्ति की मौत हो गई। चेतन सिंह की मॉडिफाइड रिवाल्वर में कुल 20 राउंड थे।
कांस्टेबल ने सबसे पहले आरपीएफ के एएसआई को गोली मारी और इसके बाद 3 यात्रियों पर फायरिंग की।फायरिंग करने के बाद कांस्टेबल ने ट्रेन के अन्य यात्रियों को धमकाया। सुबह 5.23 बजे ट्रेन जब मीरा और दहिसर स्टेशन के बीच पहुंची, तो आरपीएफ कांस्टेबल चेतन सिंह ने चेन पुलिंग की। ट्रेन के धीमी होने पर वह कूदकर फरार होने लगा, लेकिन भाईंदर रेलवे पुलिस के दो पुलिसकर्मियों ने चेतन सिंह को बहुत ही सावधानी से रिवाल्वर समेत पकड़ लिया। इसके बाद पुलिस ने ट्रेन से चारों शव बरामद कर शताब्दी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पश्चिम रेलवे के पुलिस आयुक्त प्रवीण सिन्हा ने बताया कि मुंबई सेंट्रल आरपीएफ में तैनात कांस्टेबल चेतन हाथरस का रहने वाला है। इससे पहले उसकी पोस्टिंग गुजरात में थी। हाल ही में उसका ट्रांसफर मुंबई में हुआ था। फायरिंग में मारे गए एएसआई टीकाराम दादर आरपीएफ में तैनात था। वह राजस्थान के सवाई माधोपुर के रहने वाले थे। तबादले के बाद चेतन सिंह ने उत्पीड़न किए जाने की लिखित शिकायत विभाग में की थी। तबादले के बाद से ही उसका मानसिक संतुलन सही नहीं रहता था। फिलहाल इस मामले की गहन छानबीन जारी है। आज पुलिस की कागजी कार्रवाई अभी तक पूरी नहीं हो सकी है, इसलिए आज चेतन सिंह को कोर्ट में पेश होने की संभावना नहीं है।