हल्दी (Turmeric) का उपयोग किए बिना भारतीय व्यंजनों की कल्पना तक नहीं की जा सकती है। हल्दी भारतीय रसोई में मिलने वाला एक आम और खास मसाला है। जो अपने औषधीय और हीलिंग गुणों के लिए काफी फेमस है।
हल्दी में करक्यूमिन (Curcumin) नामक सक्रिय तत्व एक स्वस्थ यौगिक के रूप में जाना जाता है जो इस मसाले को देसी सुपरफूड बना देता है। बावजूद इसके क्या आप जानते हैं आपके स्वाद से लेकर खूबसूरती तक का ख्याल रखने वाली हल्दी का अधिक सेवन आपको फायदे की जगह नुकसान भी पहुंचा सकता है। आइए जानते हैं क्या हैं इसके अधिक सेवन करने के बड़े नुकसान और अच्छी सेहत के लिए रोजाना कितना करें इसका सेवन।
हल्दी का अधिक सेवन करने के नुकसान-
पेट से जुड़ी समस्याएं-
हल्दी की तासीर गर्म होने की वजह से इसका अधिक सेवन करने से व्यक्ति के पेट में जलन पैदा हो सकती है। इतना ही नहीं व्यक्ति को सूजन और पेट में ऐंठन की समस्या भी परेशान कर सकती है।
पथरी-
हल्दी का अधिक सेवन करने से व्यक्ति को किडनी में पथरी (Kidney Stone) की समस्या हो सकती है। हल्दी में ऑक्सालेट (Oxalate) की प्रचूर मात्रा होती है। अधिक मात्रा में हल्दी का सेवन करने से पित्त पथरी के विकास का जोखिम बढ़ सकता है।
उल्टी और दस्त-
हल्दी के अधिक सेवन करने से पाचन संबंधित समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं। जिसकी वजह से कई बार व्यक्ति को दस्त या उल्टी की समस्या भी होने लगती है। दरअसल, हल्दी में पाया जाने वाला सक्रिय यौगिक करक्यूमिन में गैस्ट्रोइन्टेस्टनल ट्रैक्ट (Gastrointestinal Tract) को परेशान करने की प्रवृत्ति होती है, जिसकी अधिक मात्रा में सेवन से दस्त और उल्टी का कारण बनता है।
आयरन की कमी-
हल्दी का अधिक सेवन आयरन के अवशोषण को बाधित कर सकता है. इसलिए, आयरन की कमी वाले लोगों को सावधान रहना चाहिए कि वे अपने दैनिक भोजन में बहुत अधिक हल्दी न डालें। अगर आपके शरीर में आयरन की कमी है तो आप हल्दी का सेवन कम मात्रा में ही करें।
रोजाना कितना करें हल्दी का सेवन- एक्सपर्ट बताते हैं कि रोजाना एक टी स्पून हल्दी का सेवन इसके लाभ उठाने के लिए काफी है। वहीं अगर आप इसका अधिक सेवन करते हैं तो इससे आपको पेट से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। साथ ही इसके कारण आपको चक्कर भी आ सकते हैं।