खाकी वर्दी को कोसनेवालोने वर्दी के अंदर के इंसान को जानने की कभी कोशिश नही की । वर्दी के अंदर इंसान के भीतर भी एक बेटा,एक पति, एक पिता, एक भाई छुपा होता है । लॉकडाउन के दौरान, लोगों को वर्दी में इस इंसान के विभिन्न रूप देखने मिले। भूखो को भोजन देना, अपनी जान की परवाह किए बिना रोगीयो को अस्पताल ले जाना, कभी एक लड़के के रूप में, कभी भाई के रूप में, महिलाओं की मदद के लिए दौड़ने खाकी वर्दी वाला इंसान आज एक सात साल के लड़के के माता-पिता बन कर उसके चेहरे पर मुस्कान ले आया।
मुंब्रा के शील डायघर परिसर में रहेनेवाले पती-पत्नी को कोरोना पॉझिटिव्ह पाये जाने से वाशी के एमजी एम हॉस्पिटल में उपचार के लिये भर्लेती किया है । इस दम्पती का एक सात साल को छोटा बच्चा और उनकी बुजुर्ग मां है ।
मंगलवार के दिन बच्चे का जनमदिन था । लेकीन अस्पताल में होने के कारन , दंपति को इस बात का दुख था कि वे अपने बेटे का जन्मदिन नहीं मना पायेंगे । बच्चे ने माँ और पिताजी को फोन कर पूछा कि, “आज मेरा जन्मदिन है,आप आनेवाले हो ना”। लडके की बातो से बेचेन होकर पिता ने ठाणे पुलिस की ट्विटरपर “ आज मेरे बच्चे जनमदिन है, क्या आप उसे शुभकामनाएं दे सकते हैं’” यह ट्विट किया । इनके ट्विट से वर्दी के भीतर के माता-पिता बाहर आये ।
मुंब्रा पुलिस स्टेशन के सीनियर इंस्पेक्टर मधुकर कड, शील डायघर पुलिस स्टेशन के चंद्रकांत जाधव वे अपने महिला और पुरुष अधिकारी और कर्मचारी साथ लेकर कर्तव्य का पालन करणे हेतू केक, खिलोने लेकर दम्पती के घर पहुचे । घर पर पुलिस को देख दंपति की बुजुर्ग मां हैरान हो गई। लेकिन जब उन्हें बताया कि हम इस वक्त पुलिस नहीं हैं, आपके पोते का जन्मदिन मनाने के लिए आये है, यह बात सुनकर बुजुर्ग मां और पोते के चेहरे पर मुस्कान आ गई और लड़का खुश हो गया कि उसका जन्मदिन मनाया जाएगा। चाचा, मामा, बहन बन आये, वर्दी की रिश्तोदारो के साथ बडे उस्ताह से जन्मदिन मनाया गया। इस खुशी के पल को मोबाइल कैमरे में कैद किया गया और वाशी के अस्पताल में कोविद 19 का इलाज करवा रहे माता-पिता को भेजा गया।इस अनोखे जन्मदिन की चर्चा पूरे ठाणे में चल थी।