मनी लॉन्ड्रिंग मामले में घिरे राज्यसभा सांसद संजय राउत को जमानत मिल गई है। बुधवार शाम वह जेल से बाहर निकले और तुरंत ही विपक्ष पर बरस पड़े। उन्होंने साफ कर दिया है कि राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ बोलना जारी रखेंगे। साथ ही राउत ने यह भी कहा कि उन्हें गिरफ्तार करना ‘बड़ी भूल’ थी। राउत को प्रवर्तन निदेशालय ने 31 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया था।
संजय राउत ने कहा, ‘वे नहीं जानते कि उन्होंने मुझे गिरफ्तार कर कितनी बड़ी गलती कर दी है। यह उनके राजनीतिक जीवन की सबसे बड़ी गलती होगी। उन्हें जल्दी पता लगेगा। मेरे जीवन का हर पल सेना को समर्पित है। आज कोर्ट ने कहा कि गिरफ्तारी अवैध थी। जितनी बार चाहें, मुझे गिरफ्तार कर लें, लेकिन मैं सेना नहीं छोड़ूंगा।’
जेल से बाहर निकलने के बाद राउत ने अपने समर्थकों को संबोधित भी किया। उन्होंने कहा कि मैं बाहर आने के बाद खुशी महसूस कर रहा हूं। हम योद्धा हैं और लड़ते रहेंगे। मैंने अपना पूरा जीवन शिवसेना में बिताया है। मैं सेना के साथ रहा और सेना के साथ मरूंगा, लेकिन मैं सेना को छोड़कर कहीं नहीं जाऊंगा। मैं इसके बजाय मरना पसंद करूंगा लेकिन सेना को कभी नहीं छोड़ूंगा। राउत ने जेल से बाहर आने के बाद कहा हमारे शिवसैनिक अपनी एकजुटता व्यक्त करने आए हैं।
जमानत मिलने के बाद राउत पहले दक्षिण मुंबई में हनुमान मंदिर पहुंचे। इसके बाद वह सिद्दीविनायक मंदिर और बाल ठाकरे के स्मारक पर गए। उनके साथ सैकड़ों शिवसैनिक मौजूद थे। अंत में वह अपने आवास पर पहुंचे, जहां परिवार और शिवसैनिकों ने उनका स्वागत किया। उन्होंने उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली पार्टी को ही ‘असली शिवसेना बताया।’