महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी के घटक दल शिवसेना और कांग्रेस के बीच विवाद शुरू हो गया है। ठाणे कांग्रेस के उपाध्यक्ष रविंद्र आंग्रे ने आरोप लगाया है कि मनपा मुख्यालय के सामने कचराली तालाब परिसर में जिस स्थान पर पुतला लगाया जाना था, शिवसेना वहां नहीं लगाना चाहती है।
दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी के पुतले को लेकर ठाणे में महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी के घटक दल शिवसेना और कांग्रेस के बीच विवाद शुरू हो गया है। ठाणे कांग्रेस के उपाध्यक्ष रविंद्र आंग्रे ने आरोप लगाया है कि मनपा मुख्यालय के सामने कचराली तालाब परिसर में जिस स्थान पर पुतला लगाया जाना था, शिवसेना वहां नहीं लगाना चाहती है।
आंग्रे ने चेतावनी दी है कि शिवसेना की जबरदस्ती को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस बारे में शहर कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत चव्हाण और महापौर नरेश महस्के से संपर्क की कोशिश की गई, लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई। तत्कालीन मनपा आयुक्त टी. चंद्रशेखर के कार्यकाल में रास्तों को चौड़ा करने के दौरान ठाणे जिला परिषद परिसर स्थित कांग्रेस कार्यालय के बाहर से राजीव गंधी का पुतला हटाया गया था। पुतले को लगाने को लेकर कांग्रेस की तरफ से मांग जारी थी।
ठाणे मनपा में पुतले को लगाने को लेकर प्रस्ताव मंजूर हुआ था और निधि उपलब्ध कराई गई थी। लेकिन, पिछले 22 साल से यह प्रस्ताव कागजों में ही रह गया। आघाडी सरकार बनने के बाद फरवरी 2020 में कांग्रेस ने पुतले को लगाने को लेकर आंदोलन किया था। उस समय कांग्रेस के मंत्री असलम शेख ठाणे मनपा में आए थे और महापौर सहित सर्व पक्षीय नगरसेवकों ने पुतला लगाने की मंजूरी दी थी, लेकिन लगा आज तक नहीं।
दो दिन पहले ही कांग्रेस पार्टी ने सीएम उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ हाई कोर्ट का रुख किया। कांग्रेस की मुंबई इकाई ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी की रैली को अनुमति नहीं देने के लिए पुलिस और स्थानीय निकाय के खिलाफ बंबई हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
कांग्रेस पार्टी की मुंबई इकाई के अध्यक्ष अशोक अर्जुन राव उर्फ भाई जगताप ने आवेदन दायर करते हुए मांग की है कि बंबई हाई कोर्ट उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार को निर्देश दे। शिवाजी पार्क में 28 दिसंबर को कांग्रेस पार्टी की एक रैली प्रस्तावित है, जिसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी को शामिल होना है।