देश में पांच राज्यों के चुनाव हो रहे हैं. यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा, मणिपुर में फिलहाल रैलियों, रोड शो पर रोक जारी रहेगी. चुनाव आयोग ने शनिवार को रिव्यू मीटिंग के बाद एक सप्ताह के लिए इस पाबंदी को और बढ़ा दिया है. पिछली बार की मीटिंग में 22 जनवरी तक यह प्रतिबंध था.
बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव समेत राज्यों के अधिकारी भी शामिल हुए हैं. 8 जनवरी को पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद चुनाव आयोग ने 15 जनवरी तक रैलियों और जनसभाओं पर रोक लगाई थी. जिसे बाद में 22 जनवरी तक बढ़ा दिया गया था. अब इसे एक बार फिर बढ़ाया गया है.
चुनाव आयोग की इस बैठक में पांचों राज्यों के केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव और मुख्य स्वास्थ्य सचिव वर्चुअल रूप से शामिल हुए. बैठक में कोरोना के हालात पर समीक्षा की गई जिसके बाद चुनावी रैली पर पाबंदी को बढ़ाने का फैसला लिया गया है. सूत्रों का कहना है कि आज की बैठक में आयोग पाबंदी में कुछ छूट दे सकता है.
सूत्रों के मुताबिक पहले चरण का चुनाव प्रचार पिछले चुनावों की तरह अगर 72 घंटे पहले ही बंद होगा तो उससे संभवत: हफ्ते भर पहले छूट मिल सकती है. सूत्रों का कहना है कि छूट मिलेगी भी तो पाबंदियों के साथ. यानी आयोग लगाम में ढील तो देगा लेकिन लगाम हाथ में ही रखेगा.
पाबंदियां लागू रखने के पीछे की वजह ये बताई जा रही है कि मणिपुर में टीकाकरण की सुस्त रफ्तार से आयोग असंतुष्ट है. पंजाब में भी टीकाकरण की रफ्तार बढ़ी तो है, लेकिन लक्ष्य तक पहुंचने में वक्त लगेगा. हालांकि गोवा, उत्तराखंड और यूपी में टीकाकरण और संक्रमण दोनों में काफी सुधार किया है. बता दें कि पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव 10 फरवरी से शुरू होकर 7 मार्च तक चलेंगे और सभी राज्यों की मतगणना 10 मार्च को होगी.