बंगाल विधानसभा चुनाव में जीत की हैट्रिक लगाने के बाद तृणमूल कांग्रेस (TMC) प्रमुख ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने बुधवार को लगातार तीसरी बार राज्य की मुख्यमंत्री पद की शपथ लीं। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता बनर्जी को राज्यभवन में मुख्यमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। राजभवन में एक सादे समारोह में सुबह 10.45 बजे राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। ममता ने अपने पारंपरिक अंदाज में बांग्ला में शपथ ली।
ममता ने फिलहाल अकेले शपथ ली हैं। उनके कैबिनेट के सदस्य बाद में शपथ लेंगे। सिर्फ तृणमूल के वरिष्ठ नेता सुब्रत मुखर्जी को प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई गई, जो छह और सात मई को विधानसभा सत्र में नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाएंगे।
कोरोना महामारी के मद्देनजर राजभवन में आयोजित सादे समारोह में मात्र 50 लोगों को ही आमंत्रित किया गया था। इसमें सभी राजनीतिक दलों के प्रमुख नेताओं को आमंत्रित किया गया था. समारोह में तृणमूल कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेता व सांसद मौजूद थे। इसके अलावा ममता के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी मौजूद रहे। देश में कोविड-19 महामारी की वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों और अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं को समारोह में आमंत्रित नहीं किया गया है।
बंग्ला भाषा में शपथ लेने के बाद ममता बनर्जी ने सबका अभिवादन किया और कहा कि आज करीब 12.30 बजे कोरोना पर एक मीटिंग करने वाले हैं। इसके बाद तीन बजे हम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी देंगे। बंगाल में जारी हिंसा की खबरों पर ममता बनर्जी ने कहा कि मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करती हूं। अगर किसी भी दल के व्यक्ति ने हिंसा की, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मैं शांति के पक्ष में हूं और रहूंगी।’
राजभवन में शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सीधे राज्य सचिवालय नवान्न के लिए रवाना हो गईं। नवान्न को ममता के आगमन के लिए विशेष तौर पर सजाया गया है। वहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पुलिस द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। पुलिस उपायुक्त कम्बैट, आइपीएस धृतिमान सरकार के नेतृत्व में गार्ड ऑफ ऑर्नर दिया जाएगा।
उसके बाद सीएम राज्य के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगी। ममता बनर्जी अधिकारियों के साथ बैठक में कोरोना को लेकर कड़ा फैसला ले सकती हैं। बता दें कि तीसरी बार सत्ता में आने के बाद ममता बनर्जी ने साफ कर दिया है कि करोना पर नियंत्रण उनकी पहली प्राथमिकता होगी