आईपीएल के शुभारम्भ के साथ ही महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीता और पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया। धोनी का लक्ष्य था मुम्बई इंडियंस की ओपनिंग जोड़ी को जल्दी से जल्दी ध्वस्त कर दिया जाए क्योंकि यही जोड़ी टीम की खतरनाक जोड़ी है जो मैच के परिणाम पर असर डालती है। अब जहाँ धोनी की सोच हो वहां कोई कैसे ज्यादा देर तक टिक सकता है। पियूष चावला ने रोहित का विकेट निकाला तो ये चेन्नई के लिए सबसे बड़ी बात थी। रोहित केवल 12 रन बना सके। उनके बल्ले से मात्र दो चौके निकले। इसके बाद दूसरा विकेट डिकॉक के रूप में गिरा और ये खतरनाक ओपनिंग खत्म हो गई। डिकॉक 33 रन बना सके। उनका विकेट सैम करन ने लिया। ये चेन्नई के लिए अच्छी स्थिति थी और धोनी को लग रहा था कि अब मामला काफी हद तक कब्जे में आ गया है मगर आश्चर्यजनक रूप से इसके बाद उतरे सूर्यकुमार यादव और सौरभ तिवारी ने अपनी टीम को संभालना शुरू किया। जो विकेट केवल 5.1 ओवरों में गिर गए थे उसे 10 ओवरों तक न केवल खींचा बल्कि स्कोर भी 86 रन कर दिया। मतलब एक बेहतर स्थिति में ये दोनों खिलाड़ी टीम को ले जा रहे हैं। ये लिखे जाने तक 10.2ओवरों में मुंबई इंडियंस ने अपने दो विकेट के नुकसान पर 87 रन बना लिए हैं।