अहमदाबाद, 22 जुलाई । गुजरात में दो-तीन दिन से जारी भारी बारिश का असर यातायात व्यवस्था पर पड़ा है। राज्य के कई जिलों में शनिवार सुबह से मूसलाधार बारिश हो रही है। नवसारी के साथ सूरत, वलसाड समेत सौराष्ट्र के देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर में जमकर बरसात हो रही है। राज्य में सुबह 6 बजे से दिन के 2 बजे तक 106 तहसीलों में बारिश की खबर है। नवसारी तहसील में सर्वाधिक 13 इंच बारिश हुई है। इसके अलावा सौराष्ट्र के कई जिलों में मूसलाधार बारिश हो रही है।
बारिश के कारण बंद हुई आवाजाही
भारी बारिश के चलते राज्य की 275 सड़कों को आवाजाही के लिए बंद किया गया है। पोरबंदर में एक नेशनल हाइवे बंद है। यहां 13 स्टेट हाइवे पर भी आवाजाही रोक दी गई है। सबसे अधिक देवभूमि द्वारका में 4 स्टेट हाइवे बंद है। राजकोट, जामनगर और पोरबंदर में दो-दो स्टेट हाइवे बंद है। पंचायतों के अधीन 246 सड़कों पर आवाजाही रोक दी गई है। वलसाड जिले में 75 सड़कों पर आवागमन बंद है। पोरबंदर में 56, जूनागढ़ में 48, देवभूमि द्वारका में 15 और नवसारी में 25 सड़कों पर आवाजाही रोक दी गयी है। राज्य में 15 अन्य सड़कें भी बंद हालत में हैं।
रोडवेज सेवाओं पर असर
तीसरे राउण्ड की बारिश का असर राज्य वाहन व्यवहार निगम (रोडवेज) की बसों पर भी पड़ा है। प्रभावित क्षेत्रों में 40 रूट बंद कर दिए गए हैं। इन रूटों पर 93 ट्रिप रद्द कर दी गई। बारिश के कारण राज्य के 3 गांवों में बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है। इनमें राजकोट, जामनगर और देवभूमि द्वारका के एक-एक गांव शामिल हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य के 74 गांवों में बिजली आपूर्ति दोबारा बहाल करायी गयी है।
कई बांध खतरे के निशान के करीब
राज्य के कई बांध खतरे के निशान के करीब पहुंच गए हैं। शेत्रुंजी बांध के 20 और मधुवन बांध के 10 दरवाजों को खोला गया है। जामनगर में मूसलाधार बारिश के कारण कई गांवों को चेतावनी जारी की गई है। वलसाड के कपराडा में भारी बारिश के बाद मधुवन बांध में पानी की आवक में जबर्दस्त बढ़ोतरी हुई है। बांध में 65330 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है। इसके कारण बांध के 10 दरवाजों को खोल दिया गया। बांध से चरणबद्ध रूप से 1 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा। नदी किनारे के गांवों को अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा बनासकांठा जिले के जलसंग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश के कारण दांतीवाडा बांध का दरवाजा खोले जाने की संभावना है। ज्यादा बारिश होने पर दरवाजा खोलकर 2 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा।
राज्य में मध्य जोन के एक बांध, दक्षिण गुजरात के एक बांध, कच्छ के 8 बांध और सौराष्ट्र के कुल 36 बांध मिलाकर राज्य के कुल 47 बांध लबालब हो चुके हैं। इसके अलावा राज्य के 72 बांध में 90 फीसदी से अधिक पानी जमा है। इसके अलावा 15 बांध में 80 से 90 फीसदी, 20 बांध में 70 से 80 फीसदी, 99 बांध में 70 फीसदी से कम पानी का संग्रह हुआ है।