भारत को वैश्विक स्तर पर एक और बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। तेलंगाना के 13वीं सदी के रामप्पा मंदिर को यूनेस्को की ओर से वर्ल्ड हेरिटेज साइट का दर्जा मिलने के बाद अब भारत की एक और धरोहर को सम्मान मिला है। यूनेस्को ने मंगलवार को गुजरात में स्थित धोलावीरा को भी वर्ल्ड हेरिटेज साइट घोषित किया है। यह शहर गुजरात के कच्छ के रण में स्थित है।
यूनेस्को ने एक ट्वीट के माध्यम से इसकी घोषणा की, जिसमें लिखा था, “ब्रेकिंग! धोलावीरा: भारत में एक हड़प्पा शहर, अभी-अभी यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में अंकित है। बधाई हो!” धोलावीरा अब यूनेस्को का विश्व धरोहर शिलालेख देने वाला भारत का 40वां स्थल बन गया है। इस बात की जानकारी केंद्रीय संस्कृति मंत्री, पर्यटन जी किशन रेड्डी ने एक ट्विटर पोस्ट के जरिए दी। फ़ूज़ौ (चीन) की अध्यक्षता में 16 से 31 जुलाई, 2021 के बीच विश्व धरोहर समिति के 44वें सत्र के दौरान यह निर्णय लिया गया।
मंत्री ने ट्वीट किया, “आज का दिन भारत के लिए, विशेष रूप से गुजरात के लोगों के लिए गर्व का दिन है। 2014 के बाद से, भारत ने 10 नए विश्व धरोहर स्थल जोड़े हैं – हमारी कुल साइटों का एक चौथाई। यह भारत को बढ़ावा देने में पीएम @narendramodi की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाता है। संस्कृति, विरासत और भारतीय जीवन शैली।”
इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करते हुए अपनी खुशी जाहिर की है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ” मुझे इस खबर को सुनकर बहुत खुशी हुई. धोलावीरा एक महत्वपूर्ण शहरी केंद्र था और हमारे अतीत के संबंधों को जोड़ने की सबसे महत्वपुर्ण कड़ी भी.” उन्होंने कहा कि अगर आप इतिहास या पुरातत्व संस्कृति में भरोसा रखते हैं तो एक बार धोलावीरा की यात्रा जरूर करें.
पीएम ने आगे कहा कि सबसे पहले अपने छात्र जीवन के दौरान मैं पहली बार धोलावीरा गया था और उस जगह से मंत्रमुग्ध हो गया था. उसके बाद गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में, मुझे धोलावीरा में विरासत संरक्षण (Heritage conservation) और रेनोवेशन से संबंधित पहलुओं पर काम करने का अवसर मिला. हमारी टीम ने वहां टूरिज्म फ्रेंडली इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने का भी काम किया है.
वहीं अमितशाह ने भी इस मौके पर ट्वीट कर देशवासियों को बधाई दी. उन्होंने कहा, “गुजरात में एक हड़प्पा-युग का शहर धोलावीरा, जो हमारे गौरवशाली अतीत को दर्शाता है उसे यूनेस्को विश्व विरासत लिस्ट में शामिल किया है. इस खुशी के मौके पर आप सभी को बधाई.”
धोलावीरा में हड़प्पा सभ्यता के अवशेष पाए जाते हैं, जो दुनिया भर में अपनी अनूठी विरासत के तौर पर मशहूर हैं। धोलावीरा गुजरात में कच्छ प्रदेश के खडीर में स्थित एक ऐतिहासिक स्थान है, जो लगभग पांच हजार साल पहले विश्व का प्राचीन महानगर था। हड़प्पा सभ्यता के पुरास्थलों में एक नवीन कड़ी के रूप में जुड़ने वाला पुरास्थल धौलावीरा ‘कच्छ के रण’ के मध्य स्थित द्वीप ‘खडीर’ में स्थित है।