कोरोना के कारण मौतों को देखते हुए झारखंड के CM हेमंत सोरेन ने लोगों के अंतिम संस्कार के लिए मुफ्त में कफन मुहैया कराने की घोषणा की. दरअसल सीएम हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने सोमवार को कहा था कि राज्य में अब कफन की कमी नहीं होगी। सरकार कफन मु्फ्त में उपलब्ध कराएगी। वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने लॉकडाउन में बंद दुकानों के कारण कफन आदि खरीदने में दिक्कतों की ओर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया था। सीएम ने कहा था कि निर्माण कार्य के लिए बना एसओआर (सामग्रियों की अनुसूचित दर) में सुधार किया जा रहा है। इस सम्बन्ध में जरूरी निर्देश दे दिए गए हैं।
झारखंड में मुफ्त कफ़न के मसले पर सियासी संघर्ष शुरू होगया. मुख्यमंत्री की इस घोषणा को लेकर विपक्षी भाजपा (BJP) अचानक हमलावर हो गई है। बीजेपी नेताओं का कहना है अच्छा यह होता कि सीएम कफन की बजाए दवाइयों की बात करते। भाजपा नेता दीपक प्रकाश (Deepak Prakash) ने ट्वीट के जरिए सोरेन सरकार पर हमला बोला।
उन्होंने ट्वीट में लिखा कि यह अजीब विडंबना है कि जहां एक ओर केंद्र सरकार देशवासियों की जान बचाने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रही है। वहीं दूसरी ओर झारखंड की ठगबंधन सरकार जनता को फ्री में कफन बांटने में जोर लगा रही है। उन्होंने कहा कि अच्छा होता कि सरकार कफन बांटने की बजाए दवाइयां और इलाज उपलब्ध कराने पर जोर देती।
इस पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने भी पलटवार किया है। झामुमो (JMM) ने ट्वीट के जरिए ही इस हमले का जवाब देते हुए कहा कि, ‘आप और आपकी घटिया राजनीति के कारण आपको सिर्फ कफन ही नजर आता है। हेमंत सरकार निशुल्क वैक्सीन भी दे रही है।’ इसके साथ झामुमो ने उत्तर प्रदेश को लेकर तंज भी कसे हैं। झामुमो ने कहा कि वैसे आपके ‘उत्तम’ प्रदेश में मां गंगा में तैरते गरीब के शव, रेत में दबे गरीब के शव, कुत्तों-गिद्धों की ओर से नोचे जा रहे गरीबों के शव का नजारा ही शायद पसंद है। किसी को मौत के बाद कफन नसीब होने देना आपको रास नहीं आ रहा है। आपका बस चले तो कफन का कारोबार भी किसी उद्योगपति को बेच दें। पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा कि वैसे आपके नेता कई राज्यों में नीचता की हद तक गिर कफन की चोरी करते भी पकड़े गए हैं। आप लोगों ने तो कारगिल में सैनिकों के ताबूत भी लूट लिए थे।